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नई दिल्ली, 21 अक्टूबर । पूर्व गृह मंत्री और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवराज पाटिल अपने उस बयान से पीछे हट गए हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि गीता में भी श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जिहाद का संदेश दिया था.
विवाद बढ़ने के बाद जब शिवराज पाटिल से मीडिया ने उनके बयान पर सवाल किया तो उन्होंने कहा, "ये जिहाद का संदेश देने की बात आप (मीडिया) कर रहे हैं जो जिहाद कह रहे हैं. क्या आप कृष्ण के अर्जुन को दिए संदेश को जिहाद कहेंगे क्या? नहीं कहेंगे न? यही मैं भी कह रहा था."
क्या कहा था शिवराज पाटिल ने?
इससे पहले गुरुवार को शिवराज पाटिल ने दिल्ली में एक किताब के विमोचन के दौरान कहा था कि सिर्फ़ क़ुरान नहीं बल्कि गीता में भी जिहाद की बात कही गई है.
शिवराज पाटिल ने कहा, "कहा जाता है कि इस्लाम धर्म के अंदर जिहाद की बहुत चर्चा है. लेकिन गीता और जीसस में भी जिहाद है. जब मन के स्वच्छ विचार कोई अगर समझता नहीं है, तब शक्ति का उपयोग करने को कहा जाता है. ये सिर्फ़ कुरान शरीफ़ में नहीं है. गीता के अंदर श्रीकृष्ण ने भी अर्जुन से जिहाद की ही बात कही थी."
समाचार एजेंसी एएनआई के वीडियो में शिवराज ये भी कह रहे हैं कि ये बात ईसाइयों ने भी लिखी है. अगर सबकुछ समझने के बावजूद कोई हथियार लेकर आ रहा है, तो आप भाग नहीं सकते हैं. उसको आप जिहाद भी नहीं कह सकते हैं. ये तो नहीं होना चाहिए, हथियार लेकर समझाने की बात नहीं होनी चाहिए."
शिवराज पाटिल के इस बयान पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहज़ाद पूनावाला ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा और इसे 'वोटबैंक का प्रयोग' बताया है.
शहज़ाद पूनावाला ने ट्वीट किया, "हिंदुओं से ये नफ़रत संयोग नहीं बल्कि वोटबैंक का प्रयोग है. गुजरात चुनाव से पहले वोटबैंक का ध्रुवीकरण के लिए ये जानबूझकर किया गया है. इससे पहले 'जनेऊधारी' राहुल गांधी भी हिंदुत्व के बारे में काफ़ी कह चुके हैं. उन्होंने कहा लश्कर-ए-तैयबा हिंदु संगठनों से कम ख़तरनाक है, दिग्विजय ने 26/11 हमले के लिए हिंदुओं पर आरोप लगाया." (bbc.com/hindi)