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नई दिल्ली, 9 जनवरी । महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने करोड़ों डॉलर की परियोजनाओं के महाराष्ट्र से बाहर जाने के लिए सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज़िम्मेदार ठहराया है.
जनसत्ता अख़बार में प्रकाशित ख़बर के मुताबिक़, राज ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री गुजरात से हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें अपने राज्य को प्राथमिकता देनी चाहिए, यह उनके क़द के अनुरूप नहीं है.
राज ठाकरे ने कहा, "प्रधानमंत्री को सभी राज्यों के प्रति अपने बच्चों जैसा व्यवहार करना चाहिए और उन्हें समान अधिकार दिया जाना चाहिए. सिर्फ़ इसलिए कि वह गुजरात से हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें गुजरात को प्राथमिकता देनी चाहिए… यह उनके क़द के अनुरूप नहीं है."
हालांकि, राज ठाकरे ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, 'महाराष्ट्र से बाहर जाने वाली एक या दो परियोजनाओं से राज्य पर कोई फ़र्क नहीं पड़ेगा. ऐसा इसलिए है क्योंकि महाराष्ट्र सभी पहलुओं में समृद्ध है. यह कई मोर्चों पर कई राज्यों से आगे है.
महाराष्ट्र के भाग्य के बारे में चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है. हम जो कुछ भी हैं और उसकी ही रक्षा कर लेते हैं, तो भी हम दूसरों से आगे रहेंगे."
दूसरी ओर, विपक्षी दलों ने राज ठाकरे के 'महाराष्ट्र से बाहर जाने वाली एक या दो परियोजनाओं का राज्य पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा' वाले बयान पर निशाना साधा.
शिवसेना के सांसद विनायक राउत ने कहा, 'ऐसा लगता है कि राज ठाकरे ने बीजेपी की 'सुपारी' ले ली है. यह एक या दो परियोजनाओं के बारे में नहीं है … कम से कम पांच परियोजनाएं महाराष्ट्र से दूर चली गई हैं. राज्य के चुनावों को ध्यान में रखते हुए परियोजनाएं गुजरात में चली गईं … यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज ठाकरे इस तरह के बयान दे रहे हैं." (bbc.com/hindi)