राष्ट्रीय
नई दिल्ली, 10 मार्च । निजी स्टाफ़ के सदस्यों को राज्यसभा कमिटी का सदस्य बनाने पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की प्रतिक्रिया आई है.
उपराष्ट्रपति ने अपने निजी स्टाफ़ के आठ सदस्यों को राज्यसभा की 20 कमिटियों का सदस्य बनाया है. राज्यसभा के आदेश में इस फ़ैसले को तुरंत प्रभाव से लागू करने की बात कही गई.
द टाइम्स ऑफ़ इंडिया की ख़बर के मुताबिक़, जगदीप धनखड़ ने कहा, ''आप इन कमिटियों की अहमियत जानते हैं. मुझे सदस्यों और कमिटियों के अध्यक्षों की ओर से कामकाज़ की गुणवत्ता में सुधार के लिए सुझाव मिलते रहते हैं. ऐसे में मैंने कमिटियों में बेहतर लोग चुने. ऐसे लोग जो रिसर्च में माहिर हों, जानकार हों ताकि ये लोग कमिटी के सदस्यों की मदद कर सकें और उनकी परफॉर्मेंस में सुधार हो सके.''
जगदीप धनखड़ बोले, ''मीडिया का एक तबके में निजी स्टाफ़ को कमिटियों में नियुक्त करने को लेकर एक नैरेटिव चल रहा है. क्या किसी ने तथ्यों की जांच की? कमिटियों में सांसद होते हैं. ये उनका क्षेत्र है. मुझे ये बात परेशान कर रही है कि संपादक क्या कर रहे हैं? झूठ पर आधारित बात को आगे बढ़ाया जा रहा है. कोई सच जानने की हिम्मत नहीं कर रहा. मैंने ये सब इसलिए किया क्योंकि चेयरमैन और कमिटियों के सदस्य मेरे पास आए थे और ये फ़ैसला कई चरणों की सलाह के बाद लिया गया है.''
द हिंदू ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि चार सदस्य सभापति के कार्यालय में कर्मचारी हैं और चार उप राष्ट्रपति सचिवालय में काम करते हैं.
इस फ़ैसले का कांग्रेस विरोध कर रही है.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार रात ट्वीट किया, ''राज्यसभा के सभापति ये कहते हैं कि निजी स्टाफ को कई कमिटियों में बैठाने का उनका विवादित क़दम कमिटी प्रमुखों से विचार-विमर्श के बाद लिया गया. मैं भी एक कमिटी का प्रमुख हूं और मैं ये बता रहा हूं कि मुझसे ऐसी कोई सलाह नहीं की गई.''
कांग्रेस नेता जयराम रमेश विज्ञान और तकनीक की स्थायी कमिटी के अध्यक्ष हैं.
द टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने कई जानकारों से भी बात की. जानकारों ने अख़बार को बताया कि इस तरह से निजी स्टाफ़ को राज्यसभा की कमिटियों में नियुक्त करने की घटना अतीत में नहीं हुई हैं. हालांकि इस बारे में कई बार लिखित सिफ़ारिशें ज़रूर की गईं.
अतीत में लाइब्रेरी, रिफरेंस, रिसर्च, डॉक्यूमेंटेशन और इन्फॉर्मेशन सर्विस (LARRDIS) से कुछ अधिकारियों को कमिटी में ज़रूर लिया गया. अभी जगदीप धनखड़ के जिन स्टाफ़ को कमिटियों में लिया गया है, उनमें से कोई भी ऐसी किसी विंग का हिस्सा नहीं है.
अख़बार ने जब उप-राष्ट्रपति के दफ़्तर से कमिटी के सदस्यों से सलाह लेने का ब्यौरा मांगा, तब कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला.
जगदीप धनखड़ पहले भी विवादों में रहे हैं.
जुलाई 2019 में पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनने के बाद से वो सुर्खियों में रहे थे.
राज्यपाल के तौर पर शपथ लेने के बाद से ही उनका राज्य सरकार और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के साथ कई मुद्दों पर टकराव का लंबा सिलसिला चला था. ममता बनर्जी ने तो कई बार सार्वजनिक तौर धनखड़ को राज्यपाल पद से हटाने की मांग भी की थी.
जुलाई 2022 में धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने का बीजेपी ने एलान किया.
धनखड़ पर बीजेपी के साथ मिलकर काम करने का आरोप विपक्षी लगाते रहे हैं.
बीआरएस का प्रदर्शन
बीआरएस नेता और तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता आज यानी शुक्रवार को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करेंगी.
इस प्रदर्शन में 18 राजनीतिक दलों के शामिल होने की उम्मीद बीआरएस नेता ने जताई है.
के कविता ने कहा, ''केंद्र सरकार ईडी का इस्तेमाल कर रही है क्योंकि बीजेपी तेलंगाना में बैकडोर एंट्री नहीं कर सकी. मैंने कुछ भी ग़लत नहीं किया है और मैं ईडी का सामना करूंगी. हमारे प्रदर्शन में सीपीआई (एम), उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना जैसे 18 राजनीतिक दल शामिल होंगे.''
कविता को ईडी ने आबकारी नीति में गड़बड़ी से जुड़े मनी लॉन्डिंग केस में तलब किया है.
कविता ने कहा, ''बीजेपी के काम करने का तरीका रहा है कि मोदी से पले ईडी वहां पहुंचती है, जहां चुनाव होते हैं.''
बीते दिनों मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी के बाद आठ विपक्षी दलों के नौ नेताओं ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी थी.
इस चिट्ठी में पीएम मोदी से केंद्रीय एजेंसियों का ग़लत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया था.
रिलायंस लॉन्च करेगा कैम्पा
50 साल पुराना सॉफ्ट ड्रिंक ब्रान्ड कैम्पा अब फिर बाज़ार में दिखेगा.
मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस ने गुरुवार को इस बारे में एलान किया है.
द इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक़, रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने कैंपा को फिर से लॉन्च करने का एलान किया है.
रिलायंस ने बताया कि शुरू में कैंपा के कुछ टेस्ट उपलब्ध होंगे. इनमें कैम्पा कोला, कैम्पा लेमन, कैम्पा ओरेंज शामिल हैं.
रिलायंस ने हाल ही में सोस्यो हाजूरी बिवरेजेस में 50 फ़ीसदी शेयर ख़रीदे हैं. इस कंपनी के पास कैम्पा ब्रान्ड था.
अपने बयान में रिलायंस ने बताया, ''50 साल पुराना ये ब्रान्ड भारतीय उपभोक्ताओं को इन गर्मियों में द ग्रेट इंडियन टेस्ट देने के लिए तैयार है. हम उम्मीद करते हैं कि ये ऐतिहासिक ब्रान्ड लोगों में उत्सुक्ता पैदा करेगा.'' (bbc.com/hindi)