ताजा खबर
-आलोक प्रकाश पुतुल, रायपुर से बीबीसी हिंदी के लिए
विश्व हिंदू परिषद की तरफ से रायपुर में आयोजित ‘हिंदू संकल्प धर्मसभा’ में भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया गया.
इस सभा में हिंदू साधुओं ने धर्मांतरण रोकने का आह्वान करते हुए कहा कि हिंदू मन में शास्त्र और तन में शस्त्र लेकर चलें, भारत हिंदू राष्ट्र बन जाएगा.
भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के संकल्प के साथ पिछले महीने भर से छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों से निकली विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में साधु-संतों की यात्रा का समापन रविवार को रायपुर में हुआ.
समापन के अवसर पर आयोजित सभा में दावा किया गया कि इस यात्रा ने लगभग 4500 किलोमीटर की दूरी तय की और गांव-गांव में हिंदू स्वाभिमान जागरण और सामाजिक समरसता को बढ़ाने की दिशा में काम किया.
सभा की अध्यक्षता करते हुए जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी ने दावा किया कि दुनिया भर की आर्थिक मंदी और अलग-अलग तरह के उपद्रवों को केवल भारत रोक सकता है.
उन्होंने कहा कि जिस दिन हिंदू कट्टर हो जाएंगे,उस दिन दुनिया में शांति हो जाएगी.
सभा को संबोधित करते हुए कुछ साधुओं ने कहा कि हमारी आस्था संविधान में तो है लेकिन आपातकाल के समय संविधान की प्रस्तावना में पंथनिरपेक्ष और समाजवाद शब्द को वे नहीं मानते.
साधुओं ने कहा कि संविधान में किए गए संशोधन को खत्म करना चाहिए.
साधुओं ने कहा कि पिछले कुछ सालों से धर्मांतरण बढ़ा है.
‘हिंदू संकल्प धर्मसभा’ में मंच पर सैकड़ों की संख्या में साधु-संत और दूसरे वक्ता उपस्थित थे.
इसके अलावा भाजपा सांसद सुनील सोनी और भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल के साथ मंच पर कांग्रेस के पूर्व विधायक और वर्तमान कांग्रेस सरकार में राज्य गो सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास भी उपस्थित थे.
हालांकि राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस आयोजन को लेकर कहा है कि हिंदू राष्ट्र के नाम पर केवल लोगों को बरगलाने का काम किया जा रहा है.
भूपेश बघेल ने कहा कि इस आयोजन में बहुत सारे साधु-संत भाजपा समर्थित हैं. उन्हें हिंदू राष्ट्र की मांग छत्तीसगढ़ के बजाय दिल्ली में करनी चाहिए.
भूपेश बघेल ने कहा, "केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक बयान दिया है कि देश संविधान के हिसाब से चलेगा. इसका मतलब ये है कि ये देश पंथनिरपेक्ष है." (bbc.com/hindi)