राष्ट्रीय
गुवाहाटी, 1 फरवरी सरकार द्वारा आवश्यक सेवा अनुरक्षण कानून (एस्मा) लागू करने की चेतावनी दिये जाने के बाद इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के एलपीजी सिलेंडर ट्रांसपोर्टर ने बृहस्पतिवार को अपनी हड़ताल वापस ले ली। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
‘द नॉर्थ ईस्ट पैक्ड एलपीजी ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन’ (एनईपीएलटीए) ने लंबित बकाया और हाल ही में जारी निविदाओं में कम दरें निर्धारित करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान किया था।
एनईपीएलटीए के मुख्य सलाहकार कुमुद नाथ ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमने कल रात जिला प्रशासन के साथ बातचीत के बाद हड़ताल को वापस ले लिया। हम आने वाले दिनों में अपनी आगे की रणनीति के बारे फैसला करेंगे।’’
हालांकि, उन्होंने बैठक के बारे में ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया।
संपर्क करने पर इंडियन ऑयल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पूरे असम में उनके सभी संयंत्रों में बृहस्पतिवार सुबह छह बजे से सिलेंडर का लदान शुरू हो गया।
उन्होंने कहा, ‘‘कामरूप, तिनसुकिया और बोंगईगांव के जिला आयुक्तों ने अपने जिलों में संयंत्रों के ट्रांसपोर्टर के साथ अलग-अलग बैठकें कीं। उन्होंने ट्रांसपोर्टर से कहा कि एस्मा पहले ही घोषित कर दिया गया है और अगर हड़ताल वापस नहीं ली गई तो इसके तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।’’
अधिकारी ने बताया कि पूरा मामला गुवाहाटी उच्च न्यायालय में विचाराधीन है और मामले का निपटारा होने तक कोई हड़ताल नहीं की जा सकती। (भाषा)