राष्ट्रीय
रांची, 8 फरवरी झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने बृहस्पतिवार को इन आरोपों से इनकार किया कि धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री एवं झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किए जाने की कार्रवाई में राजभवन शामिल था।
ईडी ने सात घंटे की पूछताछ के बाद 31 जनवरी को सोरेन को गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले, उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
राधाकृष्णन ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "राजभवन के दुरुपयोग का कोई सवाल ही नहीं है। हमारे द्वारा हर लोकतांत्रिक मानदंड का सख्ती से पालन किया गया है।"
उन्होंने दावा किया कि राजभवन ने सोरेन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा था, बल्कि मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा था कि वह इस्तीफा देने जा रहे हैं।
पांच फरवरी को विधानसभा में चंपई सोरेन द्वारा लाए गए विश्वास प्रस्ताव में भाग लेते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष ने आरोप लगाया था कि केंद्र द्वारा रची गई "साजिश" के बाद राजभवन ने उनकी गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
चंपई सोरेन को सरकार बनाने के लिए बुलाने में देरी पर राज्यपाल ने कहा, ‘‘असाधारण स्थिति में कानूनी सलाह के कारण देरी हुई... हमने उन्हें 26 घंटे बाद बुलाया।’’~ (भाषा)