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पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुई भारी बारिश, ओलावृष्टि और तूफ़ान से घरों, इमारतों और फ़सलों को बड़ा नुक़सान हुआ है.
बीबीसी के सहयोगी प्रभाकर मणि तिवारी के अनुसार, काल वैशाखी (गर्मी में आने वाले तेज़ तूफान) के कारण पेड़ों के गिरने से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई है.
उनके अनुसार, 300 से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं, जिनमें कम से कम 20 लोगों की हालत गंभीर है.
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस आपदा से निपटने में लोगों को हरसंभव मदद देने का भरोसा दिया है.
ममता बनर्जी हालात का जायजा लेने और घायलों से मुलाक़ात करने के लिए रात 9.35 बज़े विशेष विमान से जलपाईगुड़ी के लिए रवाना हो रही हैं. वे विमान से बागडोगरा उतरने के बाद देर रात सड़क मार्ग से जलपाईगुड़ी जाएंगी.
इसे देखते हुए तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की कल की जलपाईगुड़ी यात्रा रद्द कर दी गई है.
बताया गया है कि सोमवार को राज्यपाल सीवी आनंद बोस भी जलपाईगुड़ी का दौरा करेंगे.
सोशल मीडिया साइट एक्स पर उन्होंने लिखा, "यह जानकर दुख हुआ कि आज दोपहर अचानक आई भारी बारिश और तूफ़ानी हवाओं के कारण जलपाईगुड़ी-मैनागुड़ी के कुछ इलाक़ों में आपदा आ गई. इसमें जान-माल की क्षति हुई, पेड़ और बिज़ली के खंभे उखड़ गए."
"ज़िला और प्रखंड प्रशासन, पुलिस, डीएमजी और क्यूआरटी टीमें आपदा प्रबंधन के काम में जुट गईं और लोगों को राहत प्रदान की हैं. इस आपदा से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है."
"ज़िला प्रशासन आदर्श आचार संहिता का पालन करते हुए और नियमों के अनुसार मृतक के परिजनों और घायलों को मुआवज़ा देगा. मैं प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी हूं. मुझे यक़ीन है कि ज़िला प्रशासन बचाव और राहत के लिए सभी संभव उपाय करना जारी रखेगा."
वहीं जलपाईगुड़ी के एक स्थानीय निवासी ने भी बताया कि जलपाईगुड़ी ज़िले के कई क्षेत्रों में बहुत तेज़ तूफान आया. इसमें कई मकान ध्वस्त हो गए. (bbc.com/hindi)