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USMAN GANI/SOCIAL MEDIA
भारतीय जनता पार्टी के बीकानेर से अल्पसंख्यक मोर्चा ज़िला अध्यक्ष उस्मान ग़नी को शनिवार सुबह पुलिस ने ग़िरफ्तार किया है.
बीकानेर के मुक्ता प्रसाद थाना प्रभारी धीरेंद्र सिंह ने बीबीसी हिंदी से फोन पर बताया, "दो दिन पहले उनके घर के पास पुलिस की गाड़ी गई थी, तब वह दिल्ली थे. शनिवार को थाने आए और बैरीकेंड्रिंग कर रहे पुलिसकर्मियों से उलझ गए. जिसके बाद उस्मान ग़नी को सीआरपीसी की धारा 151 (शांति भंग) में गिरफ्तार किया गया है."
हालांकि, थाना प्रभारी ने यह नहीं बताया कि दो दिन पूर्व पुलिस की गाड़ी उस्मान के घर के पास क्यों गई थी.
उस्मान ग़नी भाजपा से बीकानेर ज़िला अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष थे. उन्होंने तीन दिन पहले दिल्ली में एक टीवी चैनल से बातचीत में नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाए थे.
उस्मान ग़नी का बयान प्रसारित होने के बाद भाजपा ने पत्र जारी कर उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था.
एक टीवी चैनल से बातचीत में उस्मान गनी ने कहा था, "हम तीन-चार सीटें हार रहे हैं."
मुसलमानों को लेकर बांसवाड़ा में दिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को लेकर उस्मान ने कहा था, "मुझे अच्छा नहीं लगा उनका स्टेटमेंट. यह अकेले नरेंद्र मोदी की पार्टी नहीं है, भारतीय जनता पार्टी से सैकड़ों मुसलमान जुड़े हुए हैं."
उस्मान ग़नी ने चैनल से बातचीत में आगे कहा था, "मैं उन्हें (नरेंद्र मोदी) भी मेल लिखने वाला हूँ कि इस तरह की वाहियात बातें न करें तो बेहतर है.
पार्टी से निष्कासित होने के बाद उस्मान ग़नी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखा, "उसूलों पे जहाँ आँच आये टकराना ज़रूरी है, जो ज़िन्दा हो तो फिर ज़िन्दा नज़र आना ज़रूरी है."
"मेरा वक्तव्य जिस के आधार पर पार्टी के ज़िम्मेदार लोगों ने मुझे बिना नोटिस, बिना मेरा पक्ष सुने 6 साल के लिए बाहर निकाला, कोई मलाल नहीं, कोई अफसोस नहीं." (bbc.com/hindi)