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दावणगेरे (कर्नाटक), 28 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को दावा किया कि ‘इंडिया’ गठबंधन एक ‘फॉर्मूला’ लेकर आया है जिसके तहत सत्ता में आने पर विपक्षी गठबंधन में शामिल दलों को एक-एक साल के लिए प्रधानमंत्री पद मिलेगा।
उन्होंने यहां एक चुनावी रैली में कहा, ‘‘ऐसी व्यवस्था से देश के हित की उम्मीद नहीं की जा सकती।’’
मोदी ने लोगों से पूछा, ‘‘मैंने सुना है कि ‘इंडी’ गठबंधन ने एक नया ‘फॉर्मूला’ निकाला है...अगर देश को किसी के हाथ में देना है तो हम देने से पहले सोचेंगे या नहीं? क्या आप देश को किसी के भी हाथों में दे देंगे? हम यह देखेंगे कि वह व्यक्ति देश को संभालने में सक्षम है या नहीं।’’
उन्होंने ‘इंडिया’ गठबंधन से सवाल करते हुए पूछा कि लोग उनमें से किस व्यक्ति या नेता को देश की जिम्मेदारी सौंप सकते हैं?
मोदी ने कहा, ‘‘क्या कोई नाम है? क्या बिना नाम बताए, अंधेरे में रखा जाएगा? क्या देश इसे स्वीकार करेगा?’’
प्रधानमंत्री ने दावा किया, ‘‘इसलिए वे (‘इंडिया’ गठबंधन) सभी को खुश करने के लिए एक फॉर्मूला लेकर आए हैं। यदि उन्हें पांच साल (शासन करने का) मौका मिलता है, तो उन्होंने अपने गठबंधन सहयोगियों से कहा है कि प्रत्येक को एक वर्ष के लिए प्रधानमंत्री पद मिलेगा। इसका मतलब है एक साल, एक प्रधानमंत्री, अगले साल दूसरा, फिर तीसरा, चौथा और पांचवें साल पांचवां प्रधानमंत्री होगा।’’
प्रधानमंत्री ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि अगर यह स्थिति बनी तो देश और लोगों का क्या होगा।
रैली के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री और हावेरी से पार्टी उम्मीदवार बसवराज बोम्मई और दावणगेरे से भाजपा उम्मीदवार गायत्री सिद्धेश्वर समेत अन्य पार्टी नेता मौजूद थे।
मोदी ने दावा किया कि कर्नाटक कांग्रेस में ‘‘नेता-1 और नेता-2 के बीच’’ (मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के संदर्भ में) राजनीतिक वर्चस्व का खेल चल रहा है और उनके पास राज्य की प्रगति के लिए दृष्टिकोण का अभाव है।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस अपनी गुटबाजी, भाई-भतीजावाद, खराब नीतियों के कारण युवाओं, किसानों और आम नागरिकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।’’
नई शिक्षा नीति पर रोक लगाने के लिए कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए मोदी ने दावा किया कि उन्होंने अपने वोट बैंक को खुश रखने के लिए इसे रद्द कर दिया है।
मोदी ने कहा, ‘‘इससे सबसे बड़ा नुकसान युवाओं का हुआ है... हमारे बीच राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन किसी को भी लोगों का भविष्य बर्बाद करने का अधिकार नहीं है।’’
उन्होंने कांग्रेस पर वंचितों के नाम पर सरकारी योजनाओं के कई फर्जी लाभार्थी बनाने का आरोप लगाया और दावा किया कि यह उनका ‘‘भ्रष्टाचार का मॉडल’’ है।
कांग्रेस पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘इन्हें भ्रष्टाचार में महारत हासिल है। हमारी सरकार ने ऐसे लगभग 10 करोड़ फर्जी लाभार्थियों के नाम हटा दिए हैं और उनके (कांग्रेस) भ्रष्टाचार पर ताला लगा दिया है।’’
मोदी ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर एससी/एसटी कल्याण कोष से 11,000 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कर्नाटक में कांग्रेस तुष्टीकरण के लिए ओबीसी आरक्षण को अपने ‘‘वोट बैंक’’ में बांट रही है। (भाषा)