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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 अप्रैल। भारतीय पुलिस सेवा से जबरिया रिटायर किए गए अफसर जी.पी. सिंह को कैट से बड़ी राहत मिली है। कैट ने उनकी बहाली के आदेश दिए हैं। साथ ही चार हफ्ते के भीतर उनके सभी मामलों को निराकृत करने के आदेश भी दिए हैं।
आईपीएस के 94 बैच के अफसर जी.पी.सिंह को भूपेश सरकार की अनुशंसा पर केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने जबरिया रिटायर कर दिया था। जी.पी.सिंह एडीजी के पद पर रहे हैं, और उनके रिटायरमेंट में चार साल बाकी हैं। जी.पी.सिंह ने सरकार के आदेश को कैट में चुनौती दी।
मंगलवार को कैट की जस्टिस रंजीत मोरे और सदस्य आनंद माथुर की बैंच ने उन्हें बहाल करने के आदेश दिए हैं। साथ ही चार हफ्ते के भीतर उनसे जुड़़े प्रकरणों को निराकृत करने के आदेश भी दिए हैं। खास बात यह है कि जी.पी.सिंह तीसरे आईपीएस अफसर हैं जिन्हें कैट से राहत मिली है। इससे पहले भी जबरिया रिटायर किए गए ए.एम.जूरी और आईजी स्तर के अफसरके.सी.अग्रवाल को भी कैट से राहत मिली थी, और वो सेवा में फिर से बहाल हुए थे।
भूपेश सरकार में जी.पी.सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का प्रकरण दर्ज हुआ था, साथ ही उनके खिलाफ राजद्रोह का भी प्रकरण दर्ज किया गया था। आय से अधिक संपत्ति के प्रकरण में ईओडब्ल्यू-एसीबी ने चालान भी पेश कर दिया था। उधर राज्य सरकार से जुड़े सूत्रों ने कैट के आदेश पर अनभिज्ञता जताई है, और कहा कि आदेश मिलने के बाद इस पर कुछ कहा जा सकता है।