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डीआरजी-एसटीएफ ने चलाया ऑपरेशन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर/जगदलपुर, 30 अप्रैल। मंगलवार सुबह नारायणपुर जिले के टेकमेटा एवं काकूर के मध्य जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के बाद घटनास्थल की सर्चिंग के दौरान अब तक 3 महिला सहित 10 नक्सली के शव बरामद किये गये, जिसकी शिनाख्तगी की जा रही है। मुठभेड़ स्थल से एक एके 47 सहित भारी मात्रा में हथियार एवं गोला बारूद एवं दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई। नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने मुठभेड़ की पुष्टि कर दी है।
दोपहर को पुलिस की जारी विज्ञप्ति अनुसार 29 अप्रैल को नारायणपुर/कांकेर सीमावर्ती इलाके के अबुझमाड़ में डीआरजी/ एसटीएफ़ जवान संयुक्त पार्टी नक्सल अभियान पर रवाना हुई थी। अभियान के दौरान 30 अप्रैल की सुबह 6 बजे से ग्राम टेकमेटा और काकूर के मध्य जंगल में पुलिस पार्टी एवं नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई।
जानकारी के मुताबिक, नारायणपुर जिले के अबुझमाड़ में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और एसटीएफ की टीमों ने नक्सलियों को कई जगहों पर घेरा। दोनों तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। इस मुठभेड़ में दोपहर 12 बजे तक 3 महिला सहित 10 नक्सली ढेर हो चुके हैं।
मुठभेड़ के बाद घटनास्थल की सर्चिंग के दौरान 10 नक्सली के शव बरामद किये गये, जिसकी शिनाख्तगी की जा रही है।
सर्च के दौरान नक्सलियों का डेरा से पुलिस ने एक एके 47 सहित भारी मात्रा में हथियार एवं गोला बारूद एवं दैनिक उपयोग की सामग्री जब्त की है। विस्तृत जानकारी सर्चिंग अभियान पूरा होने के बाद पृथक से जारी की जाएगी।
ज्ञात हो कि कुछ दिनों पहले जवानों ने कांकेर जिले के छोटे बेठिया में 29 नक्सलियों को मार गिराया था।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने नक्सलियों से आग्रह किया है कि वे समर्पण करें एवं सरकार उनसे बातचीत के लिए तैयार है। उपमुख्यमंत्री ने एक वीडियो संदेश में इस सफलता के लिए सुरक्षाबलों को बधाई दी है। उन्होंने नक्सलियों से भी कहा है कि वे समर्पण कर मुख्यधारा में लौटें, सरकार उनसे बातचीत के लिए तैयार है।
शर्मा ने कहा है, मैं नक्सलियों से और भटक चुके लोगों से एक बार फिर आग्रह करता हूं कि विष्णु देव जी की सरकार बातचीत के माध्यम से इस मसले का हल चाहती है। कोई एक नक्सली, कोई दो नक्सली, कोई छोटा समूह या बड़ा समूह, जो भी बात करना चाहे, वीडियो कॉल के माध्यम से बात करना चाहे या किसी मध्यस्थ के माध्यम से बात करना चाहे, तो सरकार की ओर से पुनर्वास की अच्छी व्यवस्थाओं के साथ उनसे आग्रह है कि वे मुख्यधारा में वापस लौटें और समाज के साथ आगे बढ़ें। बस्तर में शांति हो, बस्तर के गावों तक विकास पहुंच सके, यही प्रार्थना है।
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले में इस महीने की 16 तारीख को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 29 नक्सलियों को मार गिराया था।