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-इमरान क़ुरैशी
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कथित यौन उत्पीड़न मामले में जेडीएस नेता और हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना की भारत वापसी सुनिश्चित करने के लिए उनका राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने की मांग की है.
प्रज्वल रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न, सैकड़ों सेक्स वीडियो रिकॉर्ड करने, धमकाने और साज़िश रचने के आरोप हैं. कई वीडियो वायरल होने के बीच प्रज्वल रेवन्ना के जर्मनी जाने की बात सामने आई है.
इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह और अन्य बीजेपी नेताओं ने कर्नाटक सरकार पर इस मामले में देर से जांच करने पर सवाल उठाए थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि जैसे ही कई महिलाओं के साथ कथित यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया तो वैसे ही राज्य सरकार ने जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया.
पत्र में सीएम ने बताया कि 28 अप्रैल को प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है.
इस बीच प्रज्वल रेवन्ना ने अपने वकीलों के जरिए एसआईटी को एक पत्र भेजा है, जिसमें कहा गया है कि वे फिलहाल बेंगलुरु में नहीं हैं.
रेवन्ना ने एसआईटी के सामने पेश होने के लिए सात दिनों का वक्त बढ़ाने की मांग की है. एसआईटी ने मंगलवार, 30 अप्रैल को नोटिस जारी कर 24 घंटे के अंदर पेश होने के लिए कहा था.
कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने पीएम को लिखा खत
पत्र में क्या है?
सिद्धारमैया ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि वे विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय को प्रज्वल रेवन्ना का पासपोर्ट रद्द करने के लिए तुरंत कदम उठाने को कहें.
उन्होंने प्रधानमंत्री से ये मांग भी की है कि भारत सरकार के कूटनीतिक और पुलिस चैनलों के अलावा अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की मदद लेने जैसे अन्य कदम उठाकर भगोड़े सांसद को फौरन देश वापस लाना सुनिश्चित किया जाए ताकि उनके ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई की जाए.
सिद्धारमैया ने अपनी चिट्ठी में लिखा है, "सांसद और हासन से एनडीए के लोकसभा प्रत्याशी पर लगाए गए आरोप बेहद डरावने और शर्मनाक़ हैं और इन आरोपों ने देश की चेतना को हिलाकर रख दिया है."
"पुलिस केस और गिरफ़्तारी को भांपकर लोकसभा से एनडीए प्रत्याशी और अभियुक्त संसद सदस्य प्रज्वल रेवन्ना देश छोड़कर भाग गया है. वो 27 अप्रैल को विदेश के लिए रवाना हुए."
"रिपोर्टों से ये पता चला है कि वह डिप्लोमैटिक पासपोर्ट पर यात्रा कर रहे हैं."
इस मामले की जांच के लिए गठित की गई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) को भेजी गई चिट्ठी में प्रज्वल रेवन्ना ने लिखा है, "मेरे क्लाइंट प्रज्वल रेवन्ना बेंगलुरु के बाहर यात्रा पर हैं और उन्हें नोटिस की जानकारी दे दी गई है. मेरे क्लाइंट को बेंगलुरु लौटने और नोटिस के अनुसार, आपके समक्ष पेश होने के लिए सात दिनों की मोहलत चाहिए."
इस बीच प्रज्वल रेवन्ना के पिता एचडी रेवन्ना ने पत्रकारों को बताया कि वो एसआईटी के समक्ष पेश होंगे और जांच में सहयोग करेंगे. हालांकि ये साफ़ नहीं है कि प्रज्वल रेवन्ना एसआईटी के समक्ष कब पेश होंगे. रेवन्ना परिवार के घर में खाना बनाने वाली एक महिला ने एचडी रेवन्ना पर भी यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है और ये भी कहा है कि उनके बाद प्रज्वल रेवन्ना ने भी उनका यौन उत्पीड़न करने का प्रयास किया था. (bbc.com/hindi)