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देश के गृह मंत्री और बीजेपी नेता अमित शाह ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कथित तौर पर एडिटेड वीडियो पर प्रतिक्रिया दी है.
कुछ दिनों से अमित शाह का एक कथित फेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें वो आरक्षण को खत्म करने की बात कह रहे हैं. हालांकि इस मामले में पुलिस ने कई नेताओं और लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है.
अमित शाह ने कहा, "कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणापत्र में जो बातें रखी हैं, मोदी जी ने उसे सरलता के साथ लोगों के सामने रखा है. जनता में जब ये बातें ये क्लिक कर रही हैं, तो कांग्रेस बड़ी चिंतित है. इसलिए अनर्गल आरोप लगा रही है."
संविधान को तोड़ने मरोड़ने के आरोप पर अमित शाह ने कहा, "राहुल गांधी सरासर झूठ बोल रहे हैं. हमारे पास दस साल से बहुमत है. हमने क्या किया संविधान का. हमने अपने बहुमत का इस्तेमाल अनुच्छेद 370 हटाने, ट्रिपल तलाक हटाने में किया. वो 400 पार के नारे से डरे हैं, इसलिए इस तरह की भ्रांति फैला रहे हैं....हमने 16 सालों से आरक्षण को छुआ नहीं है, न छूना चाहते हैं."
उन्होंने कहा, "ये डेस्परेट हैं, इसलिए मेरे वीडियो को भी उन्होंने एडिट करके गलत तरीके से लोगों के बीच में डाला.
प्रज्वल रेवन्ना पर क्या बोले?
जेडीएस नेता और हासन लोकसभा सीट से सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर भी उन्होंने बात की.
रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न, सैकड़ों सेक्स वीडियो रिकॉर्ड करने, धमकाने और साज़िश रचने के आरोप हैं. कई वीडियो वायरल होने के बीच प्रज्वल रेवन्ना के जर्मनी जाने की बात सामने आई है.
अमित शाह ने कहा, "कर्नाटक में सरकार किनकी है? कांग्रेस पार्टी की है. लॉ एंड ऑर्डर की जिम्मेदारी उनकी है. कई महीनों से वो बात उनको मालूम थी, लेकिन जब तक वोक्कालिगा वोटिंग खत्म नहीं हुई, तब तक उन्हें नहीं पकड़ा, भाग जाने दिया. जिम्मेदारी अगर किसी की है, तो वह कर्नाटक के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और उप मुख्यमंत्री की है." (bbc.com/hindi)