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सुरेन्द्रनगर, 2 मई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर उनकी भगवान राम और भगवान शिव पर की गई टिप्पणी को लेकर हमला बोला तथा आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी तुष्टीकरण की अपनी राजनीति के कारण हिंदुओं के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रही है।
प्रधानमंत्री ने गुजरात के सुरेंद्रनगर में सुरेंद्रनगर और भावनगर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों के समर्थन में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए यह आरोप भी लगाया कि कांग्रेस ने धर्म के आधार पर आरक्षण देने का प्रस्ताव रखकर संविधान की पीठ में छुरा घोंपा है।
उन्होंने दावा किया कि पार्टी ने सरकारी निविदाओं में मुसलमानों के लिए आरक्षण का वादा किया है।
मोदी ने कहा, ‘‘अब कांग्रेस हिंदुओं के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भगवान राम और भगवान शिव को लेकर बेहद खतरनाक बयान दिया है। यह बयान दुर्भावनापूर्ण इरादे से दिया गया है। वे हिंदू समुदाय को बांटने का खेल खेल रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वे भगवान राम और शिव भक्तों के बीच भेद पैदा कर रहे हैं ताकि वे एक-दूसरे से लड़ें। यहां तक कि मुगल भी हमारी हजारों साल पुरानी परंपराओं को नहीं तोड़ सके। और अब कांग्रेस इसे तोड़ना चाहती है? तुष्टीकरण के लिए कांग्रेस कितना नीचे गिरेगी?’’
खरगे ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ में पार्टी प्रत्याशी शिवकुमार डहरिया के समर्थन में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था, ‘‘इनका नाम शिवकुमार है। वह राम के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं क्योंकि वह शिव हैं। मैं मल्लिकार्जुन भी हूं। मैं भी शिव हूं।’’
मल्लिकार्जुन भगवान शिव का दूसरा नाम है।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसके समर्थकों ने अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए भेजे गए निमंत्रण को ठुकरा दिया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ऐसी पार्टी रही है जिसने हमेशा ‘गलत’ कदम ही उठाया है।
मोदी ने कहा, ‘‘आजादी के बजाय उन्होंने देश का बंटवारा किया। विकास लाने के बजाय, उन्होंने पहले से मौजूद चीजों को लूट लिया। गरीबों को वापस देने के बजाय, कांग्रेस ने उस पैसे से अपने स्वयं के खजाने को भर दिया। अब कांग्रेस मुसलमानों को आरक्षण देना चाहती है और वह पिछले तीन दशकों से प्रयास कर रही है।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र पर मुस्लिम लीग की छाप देखी जा सकती है, लेकिन पार्टी ने एक शब्द भी नहीं बोला है जबकि वह दलितों, जनजातियों और पिछड़े समुदायों के आरक्षण के मुद्दे पर सफाई देने की चुनौती दे रहे हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस नेताओं ने धर्म के आधार पर आरक्षण देने का प्रस्ताव रखकर संविधान की पीठ में छुरा घोंपा है।’’
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में सभी सरकारी निविदाओं के आवंटन में अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुसलमानों के लिए एक अलग कोटा का प्रस्ताव दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘कांग्रेस के घोषणापत्र में आपको कई जगहों पर तुष्टीकरण की राजनीति देखने को मिलेगी। उनके घोषणापत्र में लिखा है कि सभी सरकारी निविदाओं के आवंटन में अल्पसंख्यकों के लिए, मुसलमानों के लिए अलग कोटा होगा। इसलिए अब सरकारी ठेके धर्म के आधार पर दिए जाएंगे और उसके लिए आरक्षण लाया जाएगा।’’
मोदी ने कहा कि वर्तमान में ऐसी प्रणाली है जो कहती है कि सबसे कम बोली लगाने वाले और जिसके पास क्षमता, विशेषज्ञता व संसाधन हों उसे निविदा प्रक्रिया के जरिये ठेका दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकारी ठेके जाति या धर्म के आधार पर नहीं दिए जाते। लेकिन कांग्रेस अपने वोट बैंक के लिए ऐसा करना चाहती है। सरकार हमारी सेना के लिए निजी कंपनियों से हथियार और गोला-बारूद खरीदती है। तो अब हम किसी खास धर्म के लोगों को ठेके देने जा रहे हैं या योग्य ठेकेदारों का चयन करने जा रहे हैं? कांग्रेस सत्ता में आने के लिए देश को बर्बाद कर देगी।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि हर क्षेत्र में धार्मिक आधार पर विभाजन की विपक्षी मुस्लिम लीग की योजना को देश स्वीकार नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा, ‘‘जब तक मोदी जिंदा है, आप देश को विभाजित नहीं कर पाएंगे।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह चार जून को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद संविधान के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं संविधान की 75वीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाऊंगा। मैं इस ‘गैंग’ को बेनकाब करूंगा जो संविधान को बदलना चाहता है। मैं चार जून को मतगणना खत्म होने के बाद देश के हर कोने में रहने वाले लोगों तक पहुंचूंगा। मैं संविधान के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक बड़ा अभियान शुरू करूंगा। अब समय आ गया है कि हम इन लोगों को सबक सिखाएं।’’ (भाषा)