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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 4 मई। आज सुबह तेंदूपत्ता तोडऩे जंगल गए ग्रामीण दंपत्ति पर भालू ने हमला कर दिया। पत्नी ने पेड़ पर चढक़र खुद की जान बचाई, वहीं दो भालुओं ने मिलकर पति का चेहरा बुरी तरह नोच डाला। उसे संजीवनी 108 से जिला अस्पताल बालोद में भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर भेज दिया गया।
बालोद ब्लॉक के ग्राम कांडे में शनिवार को सुबह करीब 5.30 बजे ग्रामीण महेंद्र नेताम और उनकी पत्नी पर दो भालू ने हमला कर दिया। इस बीच तत्काल पत्नी ने पेड़ पर चढक़र खुद की जान बचाई और अपने पति को बचाने के लिए जंगल में आसपास तेंदूपत्ता तोड़ रहे अन्य लोगों को आवाज दी। लेकिन लोगों के आते तक दो भालुओं ने मिलकर पति महेंद्र नेताम का चेहरा बुरी तरह नोच डाला था।
आसपास के मजदूर इकट्ठा हुए और भालू को भगाया गया। तब तक घायल की स्थिति गंभीर हो चुकी थी। आनन-फानन में उसे संजीवनी 108 की मदद से जिला अस्पताल बालोद में भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे रायपुर रिफर किया गया है।
वन विभाग द्वारा लोगों को अपील की जा रही है कि सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान रखते हुए भालू या अन्य जंगली जानवर प्रभावित क्षेत्र घने जंगल में जाने से बचे, वहीं इस घटना के बाद वन विभाग भी अलर्ट हो गया है।