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एअर इंडिया एक्सप्रेस ने चालक दल के सदस्यों की कमी के कारण 90 से अधिक उड़ान रद्द कीं
08-May-2024 9:09 PM
एअर इंडिया एक्सप्रेस ने चालक दल के सदस्यों की कमी के कारण 90 से अधिक उड़ान रद्द कीं

नयी दिल्ली/कोच्चि, 8 मई। एअर इंडिया एक्सप्रेस ने मंगलवार रात से अपनी 90 से अधिक उड़ान रद्द कर दी हैं क्योंकि टाटा समूह के स्वामित्व वाली विमानन कंपनी में कथित कुप्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन के तौर पर बड़ी संख्या में चालक दल के वरिष्ठ सदस्यों ने बीमार होने की सूचना दी है। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

इसके बाद देश के अनेक हवाईअड्डों पर सैकड़ों यात्री फंसे हुए हैं।केरल के कुछ हवाईअड्डों पर एअर इंडिया एक्सप्रेस के कई यात्रियों ने अंतिम समय में अपनी उड़ान रद्द होने के खिलाफ प्रदर्शन किया जिनमें अधिकतर खाड़ी देशों की यात्रा करने वाले लोग शामिल थे।

कुछ यात्रियों ने दावा किया कि उन्हें सुरक्षा जांच पूरी होने के बाद उड़ान निरस्त होने की सूचना दी गई।

उड़ानें रद्द होने के बीच नागर विमानन मंत्रालय ने एअर इंडिया एक्सप्रेस से समस्या का तुरंत समाधान निकालने को कहा और उससे उड़ानें रद्द होने पर रिपोर्ट मांगी है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

सूत्रों ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि ऐसा समझा जा रहा है कि एयरलाइन के कथित कुप्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के तौर पर चालक दल के 200 से अधिक सदस्यों ने बीमार होने की सूचना दी है।

विमान कर्मियों की कमी की वजह से मंगलवार रात से अब तक 90 से अधिक उड़ान रद्द करनी पड़ी हैं और बड़ी संख्या में उड़ानों में देरी हुई है। कोच्चि, कालीकट तथा बेंगलुरू समेत अनेक हवाईअड्डों पर कंपनी का विमान परिचालन अवरुद्ध हो गया है।

एअर इंडिया एक्सप्रेस के एक प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी चालक दल के सदस्यों द्वारा बीमार होने की सूचना देने के संबंध में कारणों का पता लगाने के लिए उनसे बातचीत कर रही है। कंपनी ने उड़ानें रद्द होने या इनमें देरी के लिए खेद जताया।

एअर इंडिया एक्सप्रेस में ‘एआईएक्स कनेक्ट’ (पूर्ववर्ती एयरएशिया इंडिया) के विलय की प्रक्रिया जारी है। पिछले कुछ समय से, खासतौर पर विलय की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से इसके चालक दल के कुछ सदस्यों में असंतोष व्याप्त है।

कंपनी को मार्च के अंतिम सप्ताह में शुरू हुई ग्रीष्मकालीन अवधि में रोजाना 360 उड़ानों का परिचालन करना है।

सूत्रों ने बताया कि घरेलू उड़ानों के साथ ही अंतरराष्ट्रीय विमानों के अचानक से रद्द होने के कारण कुछ हवाईअड्डों पर अफरा-तफरी की स्थिति देखी गई।

एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘कल रात से अंतिम क्षणों में हमारे चालक दल के अनेक सदस्यों के बीमार होने की सूचना मिलने के कारण उड़ानों में देरी हुई या उन्हें रद्द किया गया है।’’

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इतनी बड़ी संख्या में चालक दल के सदस्यों द्वारा बीमार होने की सूचना दिए जाने के कारणों को समझने के लिए कंपनी उनसे बातचीत कर रही है और हमारे दल इस वजह से हमारे ग्राहकों को होने वाली किसी भी असुविधा को दूर करने के प्रयास में सक्रियता से इस मुद्दे पर ध्यान दे रहे हैं।’’

‘अनपेक्षित अवरोध’ के लिए यात्रियों के प्रति खेद जताते हुए प्रवक्ता ने कहा कि उड़ान निरस्त होने की वजह से जो भी यात्री प्रभावित हुए हैं, उन्हें पूरा किराया वापस किया जाएगा अथवा किसी अन्य तारीख पर दूसरी उड़ान में यात्रा का अवसर दिया जाएगा।

एअर इंडिया एक्सप्रेस चालक दल के एक संघ ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि विमानन कंपनी में कुप्रबंधन की स्थिति है और कर्मचारियों के साथ समान बर्ताव नहीं किया जा रहा।

एअर इंडिया एक्सप्रेस कर्मचारी संघ (एआईएक्सईयू) एक पंजीकृत कर्मचारी संगठन है जो चालक दल के करीब 300 सदस्यों का प्रतिनिधित्व करता है जिनमें अधिकतर वरिष्ठ कर्मी हैं। संघ ने आरोप लगाया था कि कंपनी में कुप्रबंधन ने कर्मचारियों के मनोबल को प्रभावित किया है।

एक महीने पहले ही टाटा समूह की विस्तारा विमानन कंपनी में पायलटों के असंतोष के बाद उसे प्रतिदिन उड़ानों की संख्या में 10 प्रतिशत तक या 25 से 30 उड़ान की कटौती करनी पड़ी थी।

एक महिला को अपने जुड़वां बच्चों और पति के साथ कन्नूर से शारजाह जाना था। उड़ान रद्द होने पर क्षोभ व्यक्त करते हुए उसने बुधवार को कहा कि उसे नौ मई को फिर से ड्यूटी के लिए पहुंचना है, लेकिन एअर इंडिया एक्सप्रेस उसे 10 मई को कोच्चि से उड़ान की पेशकश कर रही है।

उन्होंने मीडिया से कहा, ‘‘मेरे 10 मई को यात्रा करने का क्या मतलब होगा? अगर मैं नौ मई से पहले वहां नहीं पहुंची, तो मेरे बॉस कहेंगे कि मैं न आऊं और इस तरह मेरी नौकरी चली जाएगी।’’

इसी तरह की चिंताएं कई अन्य लोगों ने जताईं, जिन्हें आज या कल खाड़ी देशों में अपने कार्यस्थल पर ड्यूटी के लिए फिर से पहुंचना है और ऐसा न करने पर उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है।

विमानन कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमारे साथ आज उड़ान भरने वाले यात्रियों से अनुरोध है कि वे हवाईअड्डे के लिए जाने से पहले देख लें कि कहीं उनकी उड़ान प्रभावित तो नहीं हुई है।’’

अपने विमानन कारोबार को समेकित करने के लिए टाटा समूह एअर इंडिया एक्सप्रेस और एआईएक्स कनेक्ट का विलय कर रहा है, वहीं विस्तारा का विलय एअर इंडिया के साथ कर रहा है।

नागर विमानन मंत्रालय के एक अधिकारी ने बुधवार को कहा कि मंत्रालय ने उड़ानें रद्द करने के संबंध में एअर इंडिया एक्सप्रेस से रिपोर्ट मांगी है और उनसे मुद्दों को तुरंत हल करने को कहा है।

अधिकारी ने कहा, एयरलाइन को डीजीसीए मानदंडों के अनुसार यात्रियों को सुविधाएं सुनिश्चित करने की भी सलाह दी गई है।

इस बीच कांग्रेस नेता के. सी वेणुगोपाल ने बुधवार को नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की और यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाये जाने का आग्रह किया कि यात्रियों को कोई परेशानी न हों।

सिंधिया को लिखे पत्र में वेणुगोपाल ने कहा कि उड़ान रद्द होने से नागरिकों, खासकर पश्चिम एशिया जाने वाले लोगों को परेशानी हो रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘एअर इंडिया एक्सप्रेस कम लागत वाली एक एयरलाइन है जो दुनियाभर में हमारे मेहनती मध्यम वर्ग के श्रमिकों को उनकी मातृभूमि से जोड़ने के लिए आवश्यक है।’’

उन्होंने मंत्री को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मैं एअर इंडिया एक्सप्रेस के चालक दल के सदस्यों की हड़ताल के मामले को तत्काल आपके संज्ञान में लाने के लिए पत्र लिख रहा हूं, जिसके परिणामस्वरूप उड़ान संचालन में बाधाएं आई हैं और सैकड़ों यात्री विभिन्न हवाई अड्डों पर फंसे हुए हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने और इस समस्या का त्वरित समाधान खोजने के लिए संबंधित पक्षों से चर्चा करने का आग्रह करता हूं।’’

केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीशन ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को पत्र लिखकर यात्रियों की परेशानियों पर प्रकाश डाला और प्रभावित लोगों के वास्ते वैकल्पिक यात्रा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए उनसे इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की। (भाषा)

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