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नयी दिल्ली, 6 जुलाई। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद डेरेक ओब्रायन ने कहा कि संसद को सुचारू रूप से चलाना सरकार का कर्तव्य है और बजट सत्र के दौरान विधेयकों को जबरन नहीं थोपा जाना चाहिए।
ओब्रायन ने विपक्ष की मांग दोहराते हुए कहा कि उसके ‘इंडिया’ गठबंधन के किसी सदस्य को लोकसभा का उपाध्यक्ष नियुक्त किया जाए।
18वीं लोकसभा का पहला सत्र हंगामेदार रहा, जिसमें विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल दलों ने नीट-यूजी पेपर लीक विवाद और मणिपुर की स्थिति सहित अन्य मुद्दों को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा नीत राजग पर हमला बोला। राज्यसभा और लोकसभा दोनों में कई बार कार्यवाही स्थगित हुई।
संसद का बजट सत्र 22 जुलाई से 12 अगस्त तक आयोजित होगा।
राज्यसभा सदस्य ओब्रायन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “बजट सत्र में संसद को सुचारू रूप से चलाना सरकार का कर्तव्य है। उन्हें लोकसभा में उपाध्यक्ष (पद) ‘इंडिया’ गठबंधन के उम्मीदवार को देना चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि हर सप्ताह प्रत्येक सदन में विपक्ष की ओर से दिए गए एक नोटिस को स्वीकार करना चाहिए ताकि "राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों (परीक्षा में गड़बड़ी, बेरोजगारी) पर चर्चा की जा सके, तथा यह सुनिश्चित किया जा सके कि विधेयकों को जबरन न थोपा जाए।
‘इंडिया’ गठबंधन अपने किसी घटक दल से उपाध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर जोर दे रहा है।
फैजाबाद के सांसद और समाजवादी पार्टी के नेता अवधेश प्रसाद का नाम तृणमूल कांग्रेस ने उपाध्यक्ष पद के लिए सुझाया है। 17वीं लोकसभा में कोई उपाध्यक्ष नहीं था। (भाषा)