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फ़्रांस में रविवार को आम चुनावों के लिए दूसरे यानी अंतिम दौर की वोटिंग हो रही है. इस चुनाव में धुर दक्षिणपंथी पार्टी अपनी जीत की उम्मीद कर रही है.
यह पहली बार है जब मरीन ली पेन और जॉर्दन बरदेला की धुर दक्षिणपंथी पार्टी नेशनल रैली (आरएन) को सरकार बनाने और नेशनल एसेंबली में बहुमत का मौक़ा मिल सकता है.
पिछले रविवार को संसदीय चुनावों के पहले दौर में नेशनल रैली की जीत के बाद सैकड़ों प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों ने अपने नाम वापस ले लिए थे. इसका मक़सद अन्य उम्मीदवारों को धुर दक्षिणपंथी पार्टी के उम्मीदवारों को हराने का बेहतर मौक़ा देना था.
पहले दौर की बढ़त के बाद आप्रवास विरोधी पार्टी नेशनल रैली की नेता मरीन ली पेन ने कहा था, ''मैक्रों ग्रुप का लगभग सफाया हो गया है.''
वहीं नेशनल रैली के 28 वर्षीय नेता जॉर्दन बरदेला ने कहा था कि अगर फ़्रांसीसी लोगों ने मुझे वोट दिया तो मैं उनका प्रधानमंत्री बनना चाहूंगा.
मरीन ली पेन और जॉर्दन बरदेला को फ़्रांस की 577 सीटों वाली नेशनल असेंबली में पूर्ण बहुमत के लिए 289 सीटों की जरूरत है.
राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूरोपीय संसद के चुनाव में नेशनल रैली की जीत के बाद अचानक चुनाव का एलान कर दिया था. लेकिन कहा जा रहा है कि इसकी कोई जरूरत नहीं थी. (bbc.com/hindi)