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मेलबर्न, 24 जून (एजेंसी)। जापान के हटने के बाद ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड 2023 में होने वाले महिला विश्व कप फुटबॉल की संयुक्त मेजबानी की दौड़ में सबसे आगे पहुंच गए हैं। इन दोनों की संयुक्त मेजबानी का दावा उनके एकमात्र प्रतिद्वंद्वी कोलंबिया की तुलना में मजबूत है। विश्व फुटबॉल की संचालन संस्था फीफा के निरीक्षण अंकों में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को पांच में से 4.1 जबकि कोलंबिया को 2.8 अंक मिले हैं।
जापान को पांच में से 3.9 अंक दिए गए थे और उसके दौड़ में बने रहने से एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) के सात प्रतिनिधियों के मत बंटने की संभावना थी। ऑस्ट्रेलिया भी एएफसी का सदस्य है। विश्व फुटबॉल की संचालन संस्था फीफा गुरुवार को इस पर मतदान करेगी।
एएफसी के अध्यक्ष शेख सलमान बिन इब्राहीम अल खलीफा ने जापान के हटने के फैसले का स्वागत करते हुए एशियाई सदस्यों से ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के पक्ष में मतदान करने की अपील की। ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड और कोलंबिया ने इससे पहले कभी महिला विश्व कप की मेजबानी नहीं की है। अगर ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को मेजबानी मिलती है तो यह पहला अवसर होगा जबकि दो परिसंघ मिलकर विश्व कप का आयोजन करेंगे।
न्यूजीलैंड ओसियाना फुटबॉल परिसंघ का सदस्य है और फीफा परिषद में उसके तीन सदस्य हैं लेकिन न्यूजीलैंड फुटबॉल के अध्यक्ष जोहाना वुड ऑनलाइन बैठक में मतदान नहीं कर पाएंगे।
स्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और उनके न्यूजीलैंड समकक्ष जैसिंडा आरडर्न ने फीफा को एक पत्र में लिखा है कि दोनों देश इस टूर्नामेंट की संयुक्त मेजबानी करने पर गौरवान्वित होंगे।
उन्होंने कहा, फुटबॉल एक ऐसा खेल है जो हम सभी को जोड़ता है। हमें पूरी उम्मीद है कि ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड फीफा महिला विश्व कप हम सभी को 2023 में फिर से एक साथ लाएगा।