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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 6 जुलाई। मैसूर कर्नाटक से लाए गए रेप के एक आरोपी के कोरोना संक्रमित पाए जाने पर जिला पुलिस और केंद्रीय जेल में हडक़ंप मच गया है। जिला मुख्यालय के सबसे बड़े थाना सिविल लाइन को सील कर दिया गया है। केंद्रीय जेल में आरोपी के संपर्क में आए आए जेल के स्टाफ तथा अन्य कैदियों का सैम्पल लिया जा रहा है। आरोपी को मैसूर लेने गए एक अधिकारी और तीन पुलिस जवानों का सैम्पल लेकर उन्हें चरन्टीन पर भेज दिया गया है। बाकी स्टाफ का भी सैम्पल लिया जा रहा है।
सिविल लाईन थाने में 60 से अधिक पुलिस कर्मचारी अधिकारी काम करते हैं। यह जिला मुख्यालय का सबसे बड़ा थाना है।
मालूम हुआ है कि रेप के आरोपी को एक जुलाई को लेने के लिये पुलिस टीम मैसूर गई थी। उसका यहां कोरोना टेस्ट कराया गया था। अदालत की परमिशन के बगैर किसी भी कैदी को 24 घंटे से ज्यादा नहीं रखा जा सकता है इसलिए उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से केंद्रीय जेल दाखिल कर दिया गया रिपोर्ट आने पर उसे कोरोना पॉजिटिव पाया गया है जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।
जिले के किसी थाने को सील करने का यह दूसरा मामला है। इसके पहले मस्तूरी तहसील के पचपेड़ी थाने को एक आरक्षक के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद सील कर दिया गया था। सिविल लाईन थाने का सारा कामकाज फिलहाल तारबाहर थाने में शिफ्ट कर दिया गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय में कार्यरत एक चिकित्सक की पत्नी को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद वहां भी सभी का सैंपल लिया जा रहा है। यह घटना 4 जुलाई की है। 4 जुलाई को ही महाधिवक्ता कार्यालय के पीआरओ को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद पूरा दफ्तर सील कर दिया गया है। इसी के मद्देनजर हाई कोर्ट में भी 10 जुलाई तक कामकाज बंद करने का निर्णय लिया जा चुका है।