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नई दिल्ली, 20 अगस्त। योग गुरु बाबा रामदेव के करीबी आचार्य बालकृष्ण ने रूचि सोया के प्रबंध निदेशक (एमडी) के पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे का कारण उनकी 'कहीं और व्यस्तता' को ठहराया गया है। कंपनी ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। वह अब कंपनी के गैर-कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक हैं। बताया जा रहा है कि उनकी जगह बाबा रामदेव के भाई रामभरत कंपनी के नए मैनेजिंग डायरेक्टर बनाए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, रामभरत लंबे समय से पतंजलि के दैनिक कामकाज को संभालते रहे हैं। उनकी सीधी रिपोर्टिंग आचार्य बालकृष्ण और बाबा रामदेव को रही है। कंपनी का कहना है कि आचार्य बालकृष्ण ने अपनी अतिव्यस्तता के कारण रूचि सोया के मैनेजिंग डायरेक्टर पद से इस्तीफा दिया है। रामभरत रोटेशन के तहत रिटायर नहीं होंगे। हालांकि अन्य नियम व शर्तें बोर्ड की मंजूरी से पहले की तरह ही लागू रहेंगी।
रामदेव और बालकृष्ण 25 साल से साथ हैं
पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण और बाबा रामदेव बीते करीब 25 सालों से साथ काम कर रहे हैं। 1995 में दोनों ने मिलकर दिव्य फार्मेसी की शुरुआत की थी और उसके बाद 2006 में पतंजलि आयुर्वेद की स्थापना की थी। पतंजलि आयुर्वेद का सालाना टर्नओवर 10,000 करोड़ रुपये के करीब है। यही नहीं आचार्य बालकृष्ण 1.3 अरब डॉलर की दौलत के साथ दुनिया के टॉप 2,000 रईसों में शुमार किए जाते हैं।
सोया खाद्य तेल उत्पाद बनाती है रूचि
रूचि सोया खाद्य तेल, सोया उत्पाद आदि बनाती है। पतंजलि समूह की कंपनी रूचि सोया में जून तिमाही में मुनाफे में 13 फीसदी की कमी देखी गई। कंपनी ने बुधवार को जून तिमाही के नतीजों की घोषणा की। इस अवधि के दौरान, कंपनी का लाभ 13 प्रतिशत घटकर 12.25 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले यह मुनाफा 14.01 करोड़ रुपये था। जून तिमाही में कंपनी की कुल आय में भी गिरावट आई है। कंपनी की कुल आय 3057.15 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान तिमाही में 3125.65 करोड़ रुपये थी।
आप को बता दें कि रूचि सोया की दिवालिया प्रक्रिया चल रही थी जिसे पतंजलि आयुर्वेद ने पिछले साल 4,350 करोड़ रुपये में खरीदा था।(SAKSHI.COM)