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दुबई, 6 सितंबर (भाषा)। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के मुख्य कोच साइमन कैटिच को लगता है कि इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने वाले युवा खिलाडिय़ों को खाली स्टेडियम में कम दबाव महसूस होगा लेकिन सीनियर क्रिकेटरों के लिए यह चुनौती हो सकती है। कोविड-19 महामारी के चलते इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का 13वां सीजन 19 सितंबर से जैविक रूप से सुरक्षित (बायो-सिक्योर) माहौल में खेला जाएगा। इस दौरान फैंस को स्टेडियम में एंट्री नहीं दी जाएगी।
कैटिच ने टीम के यूट्यूब शो ‘बोल्ड डायरीज’ में कहा, ‘निजी तौर पर मुझे लगता है कि युवा खिलाड़ी वास्तव में मजा लेंगे क्योंकि मैदान पर कम लोग होंगे तो उन पर थोड़ा कम दबाव होगा क्योंकि लोगों की मौजूदगी से शोर होता है और ध्यान भंग होता है।’
कोरोना काल के कारण भारत में सभी तरह की क्रिकेट गतिविधियों पर ब्रेक लगने के कारण विराट कोहली करीब 5 महीने बाद मैदान पर उतरे।
टीम इंडिया के कैप्टन और धुरंधर बल्लेबाज विराट कोहली ने फरवरी में अपना आखिरी मैच खेला था। उन्होंने तब न्यूजीलैंड के खिलाफ क्राइस्टचर्च में टेस्ट मैच खेला था।
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि कुछ सीनियर खिलाडिय़ों के लिए यह ज्यादा चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि वे दर्शकों के जोश के आदी होते हैं जिससे उनका उत्साह बढ़ता है। फिर भी हमारी टीम के अंदर शानदार प्रदर्शन करने की प्रेरणा होगी।’
कोच पैडी अपटन ने पहले कहा था कि विराट कोहली जैसे क्रिकेटर जो बाहरी प्रोत्साहन पर काफी निर्भर करते हैं, वे दबाव के आदी हैं और उन्हें खाली स्टेडियम में खेलने में सचमुच परेशानी होगी लेकिन खुद ही प्रेरणा लेने वाले खिलाड़ी इस साल आईपीएल में काफी बेहतर प्रदर्शन करेंगे।