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बेंगलुरु, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)| कर्नाटक में दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए तारीखों की घोषणा के बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार और बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा से सांसद उनके भाई डी.के. सुरेश से जुड़े 14 ठिकानों पर सोमवार को छापेमारी की। सीबीआई ने सोमवार को सुबह लगभग 6 बजे छापेमारी शुरू की और जैसे ही यह खबर फैली, बड़ी संख्या में समर्थकों का जमावड़ा उनके घर के बाहर लगना शुरू हो गया।
कांग्रेस नेताओं ने केंद्र सरकार पर तीखे हमले किए। पार्टी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इसे 'रेड राज' कहा और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्यारमैया ने इसे केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा कांग्रेस पार्टी की उपचुनाव की तैयारियों को पटरी से उतारने का प्रयास करार दिया।
सुरजेवाला ने ट्वीट कर आरोप लगाया, "मोदी-येदियुरप्पा की जोड़ी के डराने-धमकाने के खेल को उनकी कठपुतली बनी सीबीआई द्वारा पर डी.के. शिवकुमार पर छापा मारकर अंजाम दिया जा रहा है.. लेकिन इससे वह डरने वाले नहीं है..सीबीआई को येदियुरप्पा सरकार के भ्रष्टाचार की परतों को खोलना चाहिए।"
उन्होंने आगे कहा, "मोदी और येदियुरप्पा सरकार और भाजपा के फ्रंटल संगठन यानी सीबीआई-ईडी-इनकम टैक्स को बताना चाहते हैं कि कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता ऐसे कुटिल प्रयासों के आगे न तो झुकेंगे और न ही झुकने देंगे।"
सुरजेवाला ने कहा, "इससे लोगों के लिए लड़ने और भाजपा के कुशासन को उजागर करने का हमारा संकल्प केवल मजबूत हुआ है।"
पिछले साल सितंबर में, कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख को प्रवर्तन निदेशालय ने उनके खिलाफ आयकर विभाग द्वारा दायर चार्जशीट के आधार पर गिरफ्तार किया था।
उन पर दूसरों की मदद से हवाला चैनलों के जरिए बेहिसाब धनराशि के लेनदेन का आरोप है। प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत, शिवकुमार पर कर चोरी और 'हवाला' से करोड़ों रुपये के लेनदेन का आरोप लगाया गया था।