राष्ट्रीय

एनआईए ने एसएफजे मामले में 16 विदेशी सिखों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया
10-Dec-2020 8:34 AM
एनआईए ने एसएफजे मामले में 16 विदेशी सिखों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया

नई दिल्ली, 10 दिसम्बर | राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को रेफरेंडम 2020 (सिख फॉर जस्टिस) के बैनर तले एक सोची-समझी साजिश के तहत अलगाववादी अभियान शुरू करने के आरोप में 16 विदेशी व्यक्तियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। एनआईए ने खालिस्तान के निर्माण के लिए एक अलगाववादी साजिश की अपनी जांच के सिलसिले में यह आरोप पत्र (चार्जशीट) दायर किया है।

एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि एजेंसी ने जिन लोगों के नाम चार्जशीट में शामिल किए हैं, उनमें न्यूयॉर्क स्थित गुरपतवंत सिंह पन्नू, हरदीप सिंह निज्जर, परमजीत सिंह उर्फ पम्मा, अवतार सिंह पन्नू, गुरप्रीत सिंह बागी, हरप्रीत सिंह, सरबजीत सिंह, अमरदीप सिंह पुरेवाल, जे. एस. धालीवाल, दुपिंदरजीत सिंह, कुलवंत सिंह, हरजाप सिंह, सरबजीत सिंह, जतिंदर सिंह ग्रेवाल, कुलवंत सिंह मोताथा और हिम्मत सिंह का नाम शामिल है।

अधिकारी ने कहा कि 16 नामजद आरोपी सिख फॉर जस्टिस के सदस्य हैं, जिसे गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत 'गैरकानूनी संगठन' के रूप में घोषित किया गया है।

ये सभी खालिस्तानी आरोपी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और ब्रिटेन में बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि जांच के दौरान यह पता चला कि सिख फॉर जस्टिस ने ह्यूमन राइट्स एडवोकेसी ग्रुप की आड़ में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया आदि जैसे विभिन्न बाहरी देशों में अपने कार्यालयों को स्थापित किया है।

सिख फॉर जस्टिस को पाकिस्तान से समर्थन मिल रहा है और इसकी मंशा भारत में अशांति फैलाकर इसके टुकड़े करने की कोशिश की है।

असल में ये पाकिस्तान में बैठे खालिस्तानियों की साजिश का एक बड़ा हिस्सा है। बता दें कि सिख फॉर जस्टिस सोशल मीडिया, फोन कॉल, फेसबुक, ट्वीटर, यूट्यूब, वेबसाइट के जरिये प्रोपेगैंडा फैलाने में लगा हुआ है। अधिकारी ने कहा कि ये लोग शांति और सद्भाव में खलल डालना और आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन जुटाने के काम में लिप्त हैं।

एनआईए अधिकारी ने आगे कहा कि एसएफजे भारत के खिलाफ विद्रोह फैलाने के लिए भारतीय सेना में सिख कर्मियों को उकसाकर भारत की सुरक्षा को कम करने का प्रयास कर रहा है।

अधिकारी ने कहा, "एसएफजे कश्मीर के युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और खुले तौर पर भारत से कश्मीर के अलगाव के लिए समर्थन देने की कोशिश कर रहा है।"

अधिकारी ने कहा, "एनआईए और अन्य एजेंसियों द्वारा उपलब्ध कराए गए डोजियर के आधार पर, एसएफजे के मुख्य संरक्षक गुरपतवंत सिंह पन्नू, हरदीप सिंह निज्जर और परमजीत सिंह को पहले ही यूएपीए अधिनियम के तहत 'आतंकवादी' के रूप में नामित किया जा चुका है।"

जांच के दौरान एनआईए ने पंजाब के अमृतसर में आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू और पंजाब के जालंधर में आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की अचल संपत्तियों की पहचान की है।

अधिकारी ने कहा कि एनआईए के अनुरोध पर गृह मंत्रालय ने यूएपीए के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए इन संपत्तियों को कुर्क करने का आदेश दिया है।

--आईएएनएस

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news