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इटावा (उप्र), 13 दिसंबर | इटावा लॉयन सफारी में शनिवार की आधी रात के बाद जेसिका नाम की एक शेरनी ने दो शावकों को जन्म दिया। शेरनी और उसके शावकों को सावधानी से रखा जा रहा है और शावकों के लिंग का पता नहीं लगाया जा सका है।
सफारी के उप निदेशक, सुरेश चंद्र राजपूत ने कहा कि पहले 72 घंटे महत्वपूर्ण हैं।
इससे पहले जेसिका ने छह शावकों को जन्म दिया है, जो सुल्तान, शिम्बा, बाहुबली, भरत, सोना और रूपा हैं। गिर नेशनल पार्क से वह एकमात्र शेरनी है, जिसके शावक जीवित हैं। वहीं सेंट्रल जू अथॉरिटी के मानदंडों के अनुसार, लायन सफारी के खुलने की उम्मीद शावकों के जन्म के साथ बढ़ गई है।
सफारी में शावक की संख्या अब आठ हो गई है।
वन्यजीव अधिकारियों ने कहा कि जेसिका को दिसंबर 2015 में गिर से लाया गया था, जिसका तीन महीने पहले मनन के मेल कराया गया था और दिसंबर में दूसरे सप्ताह में उसके प्रसव की उम्मीद थी।
दिलचस्प बात यह है कि सभी बचे हुए शावकों का पिता मनन है। वहीं जेसिका का एक मात्र एक शावक जन्म के तुरंत बाद 2019 में जीवित नहीं बच पाया था।
सफारी अधिकारियों ने नवजात शिशुओं की सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं।
राजपूत ने कहा, "जेसिका ने पहले बच्चे को रात 12.08 बजे जन्म दिया और दूसरे को रात 1:13 बजे। उन्हें एक बाड़े में रखा गया है और अधिकारी सीसीटीवी कैमरों के जरिए उनकी निगरानी कर रहे हैं। जेसिका शावकों को दूध पिला रही है। बाड़े में सिर्फ सफारी कीपर और पशु चिकित्सकों की अनुमति है।"
इस समय इटावा लायन सफारी में चार शेर और दो शेरनी, जेसिका और हीर हैं और छह शावक हैं, जिनका जन्म जेसिका से हुआ है। (आईएएनएस)