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आईआईटी-हैदराबाद में ऑटोनोमस नेविगेशन टेस्टबेड टेक्नोलॉजी विभाग शुरू
29-Dec-2020 7:46 PM
आईआईटी-हैदराबाद में ऑटोनोमस नेविगेशन टेस्टबेड टेक्नोलॉजी विभाग शुरू

नई दिल्ली, 29 दिसंबर | केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आईआईटी-हैदराबाद में ऑटोनोमस नेविगेशन टेस्टबेड (जमीन और हवा में चलने वाले ऑटोनोमस वाहनों) टेक्नोलॉजी विभाग का उद्घाटन किया। इस तकनीक पर बात करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि इसकी मदद से कृषि एवं परिवहन के क्षेत्र में इस्तेमाल की जा रही कई पारंपरिक तकनीकों को भी अपग्रेड किया जा सकेगा। कृषि क्षेत्र में हवाई वाहनों के उपयोग से हम बेहतर फसल भी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा जमीन पर चलने वाले ऑटोनोमस वाहन सुरक्षित परिवहन और सैन्य निगरानी को मजबूत करने में भी मदद कर सकते हैं।

यह सिस्टम अगली पीढ़ी की मोबिलिटी के लिए महत्वपूर्ण है। भारत सहित कई देशों के लिए प्राथमिक तकनीकी लक्ष्यों में से एक है।

उन्होंने कहा कि जमीन और हवा में चलने वाले ऑटोनोमस वाहनों का विकास भारत को न सिर्फ विश्वस्तर पर तकनीक में अग्रणी पंक्ति में खड़ा करेगा, बल्कि यह व्यवसाय और रोजगार के नए अवसर खोलेगा।

डॉ. निशंक ने कहा, "भारत कई औद्योगिक क्षेत्रों जैसे कृषि, सर्वे, सर्विलांस, ऊर्जा आदि में हवा और जमीन पर चलने वाले ऑटोनोमस वाहनों में काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। फिलहाल यह तकनीकी बाहर से आयात की जा रही है। इस तकनीकी में वैश्विक मार्गदर्शक बनने के लिए भारत को इसका विकास देश में ही करना होगा। इसीलिए सरकार इसको भारत में ही विकसित करने के लिए उत्साहित है। इसी लक्ष्य के साथ सरकार ने आईआईटी-हैदराबाद को नेशनल मिशन ऑन इंटर डिसिप्लिनरी साइबर-फिजिकल सिस्टम्स के तहत तिहान प्रदान किया है।

आईआईटी-हैदराबाद में स्थापित तिहान एक बहु-विभागीय पहल है। इसमें प्रतिष्ठित संस्थानों और उद्योग से सहयोग और समर्थन के साथ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग, मैकेनिकल और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, गणित और डिजाइन के शोधकर्ता शामिल हैं।

ऑटोनोमस नेविगेशन और डाटा एक्वीजीशन सिस्टम्स के विशिष्ट डोमेन क्षेत्र में इंटर-डिसिप्लिनरी तकनीकियों के अनुसंधान और विकास पर ध्यान देने के साथ, यह केंद्र जमीन और हवाई अनुप्रयोगों के लिए मानव रहित ऑटोनोमस वाहनों की तकनीकी में आने वाली चुनौतियों का भी समाधान करेगा।

इस परियोजना के हिस्से के रूप में विकसित की जा रही 'मल्टी-सेंसरी अवधारणा' से संबंधित मानक संचालन प्रक्रिया नियमों और भारतीय परि²श्य में विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए संचालन नीतियों को बनाने में महत्वपूर्ण मदद करेगी।

उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि आईआईटी-हैदराबाद ने इतनी बड़ी योजना को शुरू करने की पहल की। इस तकनीकी इनोवेशन हब में हवाई और जमीनी उपयोग के मामलों के लिए विकसित ऑटोनोमस नेविगेशन और डाटा एक्वीजीशन तकनीकियों को मान्य करने के लिए एक अत्याधुनिक परीक्षण सुविधा का निर्माण किया जाएगा।  (आईएएनएस)

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