राष्ट्रीय
भारत के सभी राज्यों में आज कोविड 19 की वैक्सीन लगाने से पहले इसकी तैयारियों की जाँच की जाएगी. इसे वैक्सीन ड्राई रन कहा जा रहा है. इसके तहत देखा जाएगा कि स्वास्थ्यकर्मी किस हद तक तैयार हैं और उनमें किसी भी तरह की ट्रेनिंग की कमी तो नहीं है.
इसके साथ ही सुविधाओं का भी आकलन हो सकेगा. इसमें ये भी देखा जाएगा कि वैक्सीन को स्टोरेज से टीकाकरण केंद्र तक लाने में कितना वक़्त लग रहा है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार सरकार ने ऑक्सफर्ड कोविड 19 वैक्सीन को मंज़ूरी दे दी है. यह वैक्सीन पुणे की सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया में बनी है. आज दूसरे चरण का ड्राई रन है. इससे पहले 28 दिसंबर को असम, आंध्र प्रदेश, पंजाब और गुजरात में हो चुका है.
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि 96 हज़ार लोगों को वैक्सीन लगाने की ट्रेनिंग दी गई है. इनमें से 2,360 लोगों को नेशनल ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स में ट्रेनिंग दी गई है और 57,000 से ज़्यादा लोगों को 719 ज़िलों में ज़िला स्तर पर प्रशिक्षण मिला है.
इस प्रक्रिया में सभी टीका केंद्रों पर 25 स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड-19 की डमी वैक्सीन लगाई जाएगी. इसमें इस बात की जाँच होगी कि पूरा सिस्टम वक़्त पर सही तरीक़े से काम कर रहा है या नहीं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि ड्राई रन इस बात पर भी केंद्रित है कि अगर वैक्सीन लगाने के बाद किसी की तबीयत बिगड़ती है तो उसके लिए व्यवस्था कितनी तैयार है.
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सभी राज्यों के अधिकारियों से कहा है कि ड्राई रन के दौरान हर एक चीज़ की मुस्तैदी पर नज़र रखें और कमियों को बताएं. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार ड्राई रन के आकलन के बाद असली टीकाकरण के दौरान कमियों को मुस्तैदी से ठीक किया जा सकेगा.
समचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि ड्राई रन को असली टीकाकरण की तरह देखा जाए. इस दौरान समन्वय में कमी रही तो असली टीकाकरण में कई तरह की समस्याएं आ सकती हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि ड्राई रन से ही मुस्तैदी और कमियों का सही आकलन संभव है.
स्वास्थ्य मंत्री राष्ट्रीय राजधानी में ड्राई रन की निगरानी करेंगे. दिल्ली में ड्राई रन शाहदरा के गुरु तेगबहादुर हॉस्पिटल, दरियागंज के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और द्वारका के वेंकटेश्वर अस्पताल में होगा.
लखनऊ में छह स्थानों पर ड्राई रन का आयोजन होगा. पुणे में तीन स्वास्थ्य केंद्रों पर और छत्तीसगढ़ के सात ज़िलों में होगा. (bbc)