राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 मई। सूबे की कांग्रेस सरकार की कथित वादाखिलाफी और अधूरे घोषणाओं के खिलाफ 16 मई को भाजपा कार्यकर्ता जेल भरो आंदोलन के साथ जंगी प्रदर्शन करेंगे। राजनीतिक तौर पर अविभाजित राजनांदगांव का यह एक बड़ा प्रदर्शन होगा। पृथक मोहला-मानपुर और खैरागढ़ के भाजपा कार्यकर्ताओं को लेकर राजनांदगांव में एक विशाल धरना और सभा के साथ जेल भरो आंदोलन होगा। भाजपा नेताओं ने राजनांदगांव से अलग हो रहे दोनों जिले के प्रमुख नेताओं को प्रदर्शन में शामिल होने का निर्देश दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जेल भरो आंदोलन की रूपरेखा तय करते हुए भाजपा नेताओं के साथ सोमवार को बैठक की।
आपसी बैठक में यह तय किया गया है कि पूरी ताकत के साथ जेल भरो आंदोलन को सफल बनाने एडी-चोटी का जोर लगाया जाएगा। निचले स्तर से लेकर शीर्ष नेताओं को प्रदर्शन में शामिल होने का निर्देश दिया गया है। भाजपा यह मानकर चल रही है कि राजनांदगांव जिले का विभाजन अगले एक माह के भीतर तय है। इससे पूर्व एक बड़ी राजनीतिक प्रदर्शन के लिए जेल भरो आंदोलन एक उपयुक्त समय होगा। इस तरह मोहला-मानपुर और खैरागढ़ में भी प्रदर्शन का राजनीतिक संदेश जाएगा।
इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने 19 बिन्दुओं के आदेशों को तुगलकी फरमान बताते हुए जेल भरो आंदोलन के लिए इन मुद्दों को आधार बताया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने साढ़े तीन साल के कार्यकाल में जनता से किए वायदों को भूला दिया है। भूपेश सरकार में जनता भ्रष्टाचार और कुशासन से परेशान है। भाजपा कार्यालय में आयोजित बैठक में जिला संगठन प्रभारी संजय श्रीवास्तव, जिला भाजपा अध्यक्ष मधुसूदन यादव, महामंत्री सचिन बघेल, कोमल जंघेल, संतोष अग्रवाल, विक्रांत सिंह, रमेश पटेल, किशुन यदु, नम्रता सिंह, तरुण लहरवानी, अशोक चौधरी सहित अन्य नेता व कार्यकर्तागण शामिल थे।
मंत्री-कलेक्टर विवाद पर रमन का हमला
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कोरबा कलेक्टर रानू साहू पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप के लिए सरकार के नुमाईंदों को ही दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल का आरोप काफी संगीन है। इसकी जांच होनी चाहिए। यह दुर्भाग्य है कि सूबे के सरकार के एक मंत्री की ओर से लगे आरोपों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अनसुना कर दिया है। साफ जाहिर हो रहा है कि कलेक्टर सरकार के लिए कलेक्टिव एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर है। कलेक्टर को प्रदेश सरकार के मंत्री ही सीधे चोर और भ्रष्ट बता रहे हैं। कोरबा कलेक्टर के खिलाफ एक मंत्री के आरोप को हल्के में लेना भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना है। पूर्व सीएम ने कहा कि मंत्री अग्रवाल ने कलेक्टर के जरिये एक तरह से सरकार के भ्रष्टाचारी तंत्र को सार्वजनिक किया है। ऐसी व्यवस्था राज्य के हित में नहीं है।