राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 मई। संभागायुक्त महादेव कावरे ने सोमवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली।
संभागायुक्त ने कहा कि जनसामान्य की समस्याओं का निराकरण संवेदनशीलता करने, राजस्व शिविर लगाकर नामांतरण, बंटवारा एवं सीमांकन के प्रकरणों का निराकरण करने, स्वास्थ्य केन्द्रों में दवाईयां उपलब्ध कराने, स्टाक रजिस्टर संधारित करने, पेंशन से संबंधित समस्याओं एवं राशन कार्ड में नाम जोडऩा, नया राशन कार्ड बनवाने, उनकी शिकायतों को गंभीरतापूर्वक सुनने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय की प्रशंसा की। उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा चिटफंड कंपनी पर कार्रवाई करते निवेशकों को राशि दिलाने के कार्यों की सराहना की।
उन्होंने सुराजी गांव योजना एवं गोधन न्याय योजना की समीक्षा के दौरान कहा कि गौठानों को ग्रामीण इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किया जाना है। इस दिशा में बहुत कुछ कार्य करने की संभावना है। महिला समूह की गतिविधियों को बढ़़ावा देने के साथ ही गौठानों को स्वावलंबी बनाने कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि रेनवाटर हार्वेस्टिंग सभी बिल्डिंग में अनिवार्य रूप से होना चाहिए। उन्होंने गोधन न्याय योजना, चिटफंड कंपनी, स्वच्छ भारत मिशन, मनरेगा, जल जीवन मिशन, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना, सुपोषण अभियान सहित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की।
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने कहा कि चिटफंड कंपनी के खिलाफ लगातार कार्रवाई करते अब तक 17 हजार 691 निवेशकों को 12 करोड़ 80 लाख रुपए की राशि लौटाई गई है। डोंगरगांव तहसील के अंतर्गत भूमि कुर्क की गई है और शीघ्र ही 63 लाख रुपए की राशि लौटाई जाएगी। प्रदेशभर में सर्वाधिक धान की खरीदी राजनंादगांव जिले में की गई। उन्होंने कहा कि धान का उठाव किया जा रहा है। शेष धान का उठाव शीघ्र ही हो जाएगा। मनरेगा के अंतर्गत 813 ग्राम पंचायतों में श्रमिकों को कार्य दिया गया है। प्रदेश में श्रमिकों को सर्वाधिक कार्य राजनांदगांव जिले में दिया गया है। मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत वर्ष 2021-22 में 87.12 एकड़ एवं वर्ष 2022-23 में 107.32 एकड़ में किया गया है।
जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर ने बताया कि गोधन न्याय योजना के अंतर्गत 248410.47 क्ंिवटल वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण किया गया है। वहीं 159351.04 क्ंिवटल वर्मी कम्पोस्ट का विक्रय किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में 346 गौठान है। गौठानों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर ओएसडी खैरागढ़-गंडई-छुईखदान जगदीश सोनकर, वन मडलाधिकारी दिलराज प्रभाकर,सलमा फारूखी, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, संयुक्त कलेक्टर इंदिरा देवहारी, संयुक्त कलेक्टर निष्ठा पाण्डेय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, एसडीएम अरूण वर्मा सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।