राजनांदगांव
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर के बाशिंदे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 मई। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली पुलिस ने नक्सल मोर्चे में एक जोड़े को मुख्यधारा में वापस लाया है। 12 लाख के संयुक्त ईनामी नक्सली में पुरूष छत्तीसगढ़ के नारायणपुर का रहने वाला है। वहीं महिला गढ़चिरौली के एटापल्ली की रहने वाली है। दोनों ने पुलिस के समक्ष हथियार छोड़े हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक पीएलजीए सदस्य विकास पद्दा उर्फ कोलू और उसकी पत्नी राजे उर्फ देबो उसेंडी ने पुलिस के सामने समर्पण कर दिया है। दोनों लंबे समय से नक्सल संगठन में सक्रिय थे। उन पर अलग-अलग इलाकों में एम्बुस लगाने, हत्या और आगजनी की घटना में शामिल होने का आरोप है। दोनों पर महाराष्ट्र सरकार ने 12 लाख रुपए का ईनाम घोषित किया था।
मिली जानकारी के मुताबिक विकास पद्दा मूलत: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के वकूरगांव का रहने वाला है। वह 10 साल से पीएलजी संगठन में शामिल था। उसी तरह उसकी पत्नी भी 10 साल से क्षेत्र में नक्सली गतिविधि को अंजाम देने में सक्रिय रही। सूत्रों का कहना है कि गढ़चिरौली पुलिस ने दोनों को मुख्यधारा में वापस लाया है। वहीं उन्हें प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की है।