रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 जून। अगुष्टा हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद राजकीय विमान किंग-200 को ओवरहालिंग के लिए ग्राउंड किया गया है। 35 सौ घंटे की समय सीमा खत्म होने से पहले ही विमान के रखरखाव का फैसला किया गया है।
उल्लेखनीय है कि 2006 में भाजपा सरकार ने ज्ञ राजकीय विमान ब्रीच क्राफ्ट कंपनी से खरीदा था।और उसके बाद अगुष्टा से हेलीकॉप्टर। नया विमान , मप्र से बंटवारे में मिले पुराने विमान के एक्सचेंज में लिया गया था। बीते 16 वर्षों में उड़ान के निर्धारित घंटे पूरे होने के बाद ही ओवरहालिंग कराया जाता रहा है ?। इस बार समय से कुछ घंटे पहले ग्राउंड किया गया है। सूत्रों ने बताया कि ब्रीच क्राफ्ट कंपनी ने ओवरहालिंग पूरी होने तक इंजिन के बदले इंजिन उपलब्ध कराया है। वैसे विमान का मूल इंजिन तैयार हो गया है। उसके इंस्टालेशन का काम स्टेट हैंगर माना में चल रहा है। सप्ताह भर में विमान उड़ान के लिए तैयार कर लिया जाएगा।
पायलट की कमी
राजकीय विमान के लिए इस समय एक पायलट कम है। विमान दो पायलट वाला है। बीते दिसंबर में हवाई पट्टी में ही बर्ड हिट की घटना के बाद सरकार ने एक पायलट को बर्खास्त कर दिया था। अभी जूनियर पायलट है। ऐसे में सीनियर पायलट की नियुक्ति की जानी है। बीते कुछ महीनों में विज्ञापन जारी किया गया था किंतु भर्ती नहीं हो पाई।
अगुष्टा के लिए भी दो बार इंजिन किराए पर लिया गया था
सूत्रों के अनुसार इंजिन के पीरियॉडिकलि ओवरहालिंग के लिए ग्राउंड करने पर कंपनी द्वारा रिजर्व इंजिन किराए पर दिया जाता है। इस आफर के तहत दुर्घटना ग्रस्त अगुष्टा के लिए भी दो बार इंजिन किराए पर लिया गया था। और मूल इंजिन के बनने के बाद एयरवर्दी( उड़ान के लिए सुरक्षित) सर्टिफिकेट मिलने पर ही उड़ानें होती हैं। एक माह पहले 12 मई को हुई दुर्घटना से पहले अगुष्टा को पूरी तरह से सुरक्षित घोषित किया गया था।