रायपुर
जल्द होगा बहाल, नए सीपीएमजी और निदेशक का फैसला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 16 जून। डाक निदेशक रायपुर ने चतुर्थ श्रेणी कर्मी परऊ राम निषाद की बर्खास्तगी खत्म कर दी है। पूर्व में टूटी कांच की शीशी का घी हलवे में मिलाने पर तत्कालीक डाक निदेशक ने बर्खास्त कर दिया था। आपको बता दे कि पिछले माह पदभार सम्हालने के बाद सीपीएमजी वीसी राय ने परऊ निषाद प्रकरण की फाईल बुलाई थी। इस पूरे प्रकरण के अध्ययन के बाद उन्होने डाक निदेशक दिनेश कुमार मिस्त्री को परऊ की बहाली के निर्देश दिए थे । इस आशय की खबर सबसे पहले छत्तीसगढ़ ने प्रकाशित की थी।
सीपीएमजी के दस आदेश पर सभी डाक कर्मचारी संगठनों ने हर्ष और राय का आभार जताया है। परऊ निषाद एमटीएस के कदाचार और अवाचार का दोषी ठहराया गया था। सेवा शर्तो मे घरेलू काम न होने के बावजूद तत्कालीन डाक निदेशक के शासकीय आवास में परऊ से घरेलू काम लिया जा रहा था। 26 दिसम्बर 19 को काम करते वक्त परऊ के हाथ से घी से भरा शीशी टूट गई थी । तत्कालीक निदेशक डॉ. आशीष सिंह ठाकुर की पत्नी माधवी सिह द्वारा मना करने के बावजूद गाजर के हलवे में उक्त घी को मिलाकर डॉ. ठाकुर को परोसा था। इसे ही कार्य के प्रति सत्यनिष्ठा कर्तव्य परायणता बनाए रखने में असफल बताकर परऊ को सेवा से बर्खास्त कर दिया तब से परऊ इसके खिलाफ अपनी बहाली के लिए लड़ाई लड़ रहा था। बहाली आदेश डाक निदेशक मिस्त्री ने परऊ को दिए गए दंड को तर्क संगत और एप्रोप्रिएट नहीं माना है। और दंड को सेंस्यूर कर दिया है।