रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 जुलाई। उद्यानिकी संचालनालय ने पांच जिलों में बीज खरीदी में गड़बड़ी के मामले में पांच अफसरों को दोषी ठहराया है। इन सबके खिलाफ जांच चल रही है। यह जानकारी कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
भाजपा सदस्य विद्यारतन भसीन के सवाल के लिखित जवाब में कृषि मंत्री श्री चौबे ने बताया कि उद्यानिकी संचालनालय ने पांच जिले बलरामपुर, कोंडागांव, मुंगेली, नारायणपुर, और सूरजपुर में बीज खरीदी में अनियमितता पाई गई है।
उन्होंने बताया कि बलरामपुर में तरबूज, लौकी, करेला, और खीरा के एक करोड़ से अधिक की बीज खरीदी हुई थी। यह खरीदी नाफेड इंदौर से हुई थी। गड़बड़ी के लिए सहायक संचालक पतराम सिंह जिम्मेदार पाए गए। इसी तरह कोंडागांव में राष्ट्रीय बागवानी मिशन योजना के तहत बीज खरीदी हुई थी। इसके लिए सहायक संचालक बीआर दर्रो के जिम्मेदार ठहरा गया है। यहां 73 लाख 72 हजार रुपये की बीज खरीदी हुई थी।
चौबे ने बताया कि मुंगेली में इलाहाबादी अमरूद बीज खरीदी में गड़बड़ी पाई गई थी। यहां 5 लाख 33 हजार से अधिक की खरीदी हुई थी। यह खरीदी नाफेड के जरिए हुई थी। इसके लिए सहायक संचालक रामबीर सिंह तोमर को जिम्मेदार ठहराया गया। नारायणपुर में बीज निगम के जरिए खरीदी हुई थी, यहां 15 लाख की खरीदी हुई थी। इसके लिए सहायक संचालक मोहन साहू को जिम्मेदार ठहराया गया। सूरजपुर में भी गेंदा बीज की खरीदी में अनियमितता पाई गई है। करीब 19 लाख की खरीदी हुई थी, इसके लिए शिव कुमार बैनर्जी सहायक संचालक को जिम्मेदार ठहराया गया।