रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 जुलाई। कारोबारी की धमकी चमकी से परेशान होकर खुदकुशी करने वाले गंगा प्रसाद मारकंडे के केस में पुलिस ने आखिर आरोपी आकाशदीप गिल को गिरफ्तार कर उसे जेल दाखिल करा दिया है।
गंगा प्रसाद की खुदकुशी के बाद आरोपी फरार था। सीएसपी लालचंद मोहले की अगुवाई में एक विशेष टीम रवाना कर आरोपी आकाश को मुंबई से गिरफ्तार किया। मंदिर हसौद टीआई वीरेंद्र चंद्रा के साथ विशेष टीम गठित करके आरोपी को दबोचने प्लान बनाया गया था। आरोपी ने दो महीने पहले फरार होने के लिए शहर छोड़ दिया था। पुलिस से बचने के लिए बार-बार ठिकाना बदल रहा था। मुंबई लोकल इनपुट से अहम जानकारी मिलते ही फौरन विशेष दस्ता बनाकर मुंबई रवाना किया गया, इसके बाद आकाशदीप को मुंबई के एक मकान से पकड़ा गया। यहां रिश्तेदारों से मदद लेकर आकाशदीप डेरा जमाए हुए थे। इसके पूर्व तेलीबांधा निवासी गंगा प्रसाद मार्केंड की खुदकुशी को लेकर परिजनों ने पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए प्रदर्शन किया था। थाने में दबाव बनाने के बाद आरोपियों की खोजबीन तेज करते हुए पुलिस ने एक की गिरफ्तारी की। इस मामले में मौके से बरामद सुसाइड नोट में गंगा प्रसाद ने लिखा था कारोबारी जान से मारने की धमकी देते हैं।
इससे मैं और मेरा परिवार काफी डरा हुआ है। इसलिए फांसी लगाकर आत्महत्या कर रहा हूं। जिसकी सारी जवाबदारी जगमीर सिंह गरचा, आकाशदीप गिल और गंगाराम साहू की होगी। सुसाइड नोट बरामद होने के बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की थी।
सरकारी जमीन के लालच में परेशान किया
तेलीबांधा के ओवरब्रिज के पास मुख्य मार्ग पर ही जीएसटी दफ्तर में क्लर्क गंगा प्रसाद मारकंडे का घर है। सडक़ की गली के पिछले हिस्से में ट्रांसपोर्ट कारोबारी जगमीर गरचा का भी जमीन है। यहीं से सरकारी जमीन का एक टुकड़ा भी लगा हुआ है।
इसी जमीन में कब्जे को लेकर गंगा प्रसाद से विवाद हुआ था। बार में गरचा ने यहां अवैध निर्माण भी करवा दिया। इसका विरोध करने पर उसे लगातार धमकी दी जा रही थी।