रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 जुलाई। छत्तीसगढ़ विधानसभा में बघेल सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हो गई है। विपक्ष से इसकी शुरुआत करते हुए भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल ने 20 मुद्दों को लेकर हमला किया। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसा कुनबा है जिसमें एक, दूसरे को लठ मार रहें हैं। सीएम को अपने मंत्रियों पर विश्वास नहीं है। शासन को प्रशासन पर विश्वास नहीं है। इस शासन पर जनता को विश्वास नहीं है। इसलिए अविश्वास प्रस्ताव लाया है। अग्रवाल ने कहा कि एक मंत्री ने ही सीएम पर अविश्वास पत्र लिखा।उस मंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं करते। सीएम में दम नहीं है और मंत्री को इस्तीफा देने की हिम्मत नहीं है। वो पद से चिपके रहना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि कहीं स्कूल नहीं बने,गौठान उजड़े, सडक़, गरीबों को मकान नहीं मिले। सवा घंटे से अधिक अपने वक्तव्य में अग्रवाल ने कहा कि लज्जा आनी चाहिए कि 18 लाख गरीबों को आवास नहीं दे पाए। इससे बड़ा पाप नहीं हो सकता। हमे अविश्वास प्रस्ताव का हश्र मालूम है लेकिन यह प्रस्ताव सरकार को नंगा करेगा। एक विधायक कलेक्टर पर राजद्रोह का आरोप लगाया है,एक मंत्री, कलेक्टर को भ्रष्ट,एक विधायक, मंत्री पर हत्या करवाने का आरोप लगाता है। सीएम क्या कर रहे हैं। इसलिए हमने यह अविश्वास प्रस्ताव लाया है। 15 साल बाद जनता ने इतना बड़ा बहुमत दिया, लेकिन साढ़े तीन साल में जनता की उम्मीदों का गला घोंटा।
इन तीन साल में प्रदेश अवसाद में है। 24529 लोगों ने आत्महत्या की। 900 युवा, 752 किसानों ने आत्महत्या की।दो साल का बोनस किसानों को नहीं दिया। तीन साल में 1 फीसदी सिंचाई बढ़ी।चिराग योजना भ्रष्टाचार का अड्डा बन गई है।140 करोड़ का गोबर खरीदा,और उसके विज्ञापन में 150 करोड़ खर्च कर दिए। रेडी टू ईट बंद कर 20 हजार महिलाओं को बेरोजगार किया। बोधघाट योजना टांय टांय फिस्स हो गई। ब्लैक लिस्ट कंपनी को अरपा भैंसाझार योजना दे दी। छत्तीसगढ़ अपराधगढ़ बन गया है। नगरीय निकाय विभाग में कोई काकी है उसको 17 फीसदी जो देगा उस निकाय को राशि मिलेगी।
इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस विधायक मोहन मरकाम ने केंद्र और भूपेश सरकार के कार्यकाल में हुए कार्यों का लेखा जोखा प्रस्तुत किया। मरकाम ने कहा कि 15 वर्ष का भ्रष्ट रमन सरकार को जनता ने उखाड़ फैंका। अविश्वास प्रस्ताव में जो आरोप लगाया है उनमें से एक भी सिद्ध नहीं होते। जनघोषणा पत्र में किए 36 वादों में से 30 पूरा कर चुके हैं। शपथ लेने के दो घंटे में 17 लाख किसानों का कर्ज माफ किया गया। मरकाम ने कहा कि भाजपा के लोग अपने तीन संकल्प पत्र के वादों से मुकर गए। इससे उपर मोदी सरकार अब गरीबों का निवाला छीन रही है। दूध,दही में जीएसटी और मटन, मुर्गे पर नहीं। तीन करोड़ लोगों ने गैस सिलेंडर नहीं मिला, एक करोड़ महिलाओं ने दोबारा सिलेंडर रिफिल नहीं कराया। शाह, और शहंशाह देश की संपत्ति बेच रहे हैं। बघेल सरकार की योजना है कि देश में बेरोजगारी 8 फीसदी है तो छत्तीसगढ़ में 0.6 फीसदी है। इनके 84 आरोपों में दम नहीं। 42 हजार करोड़ का कर्ज रमनसिंह ने दिया था हमें। इसका 10 हजार करोड़ रुपए का ब्याज पटा रहें हैं। केंद्र हमें 14628 करोड़ रुपए नहीं दे रही। नक्सल प्रभावित इलाकों में कमी आई है। एक घंटे के संबोधन में मरकाम ने कहा कि आत्मानंद स्कूलों में इंग्लिश पढक़र गरीब का बच्चा अंग्रेजी बोल रहा है। हमारी नीतियां प्रदेश के विकास में आगे बढ़ रही है।