दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 28 जुलाई। शिक्षा विभाग में कार्यरत लेखपाल सत्येंद्र राजपूत ने अपनी पत्नी स्व.शारदा राजपूत की याद में कल परिवार सहित रक्तदान कर स्व.शारदा राजपूत को श्रद्धांजलि दी।
बुधवार को सत्येंद्र राजपूत एवं उनके पुत्र अनिमेष राजपूत, आर्यन राजपूत,भतीजे आयुष राजपूत दुर्ग जिला चिकित्सालय पहुंचे व रक्तदान किया।
सत्येंद्र राजपूत ने कहा कि उनकी पत्नी की इच्छा थी कि उनके मरणोपरांत उनके नेत्रदान हो, पर दुर्भाग्य से उनकी मृत्यु कोरोना के कारण हुई और उनके नेत्रदान नहीं हो पाए। अत: हमारा परिवार अब शारदा की हर पुण्यतिथि व जन्मदिन पर रक्तदान व अन्य सामाजिक कार्य कर उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हैं। कुलवंत भाटिया ने कहा कि सत्येंद्र राजपूत सामाजिक कार्यों में अग्रणी रहते हैं एवं समय-समय पर सामाजिक कार्य करते रहते हैं। पूरा राजपूत परिवार रेगुलर रक्तदान करता है।
रितेश जैन ने कहा कि सत्येंद्र राजपूत व शारदा राजपूत की शादी की सालगिरह पर राजपूत परिवार की तीन पीढिय़ों ने एक साथ नेत्रदान की घोषणा की थी, जिससे समाज के अन्य लोगों ने प्रेरणा ले नेत्रदान किये। नवदृष्टि फाउंडेशन के सदस्य राज आढ़तिया, हरमन दुलाई, रितेश जैन, कुलवंत भाटिया ने राजपूत परिवार के रक्तदानियों का उत्साह बढ़ाया एवं स्व. शारदा राजपूत को श्रद्धांजलि दी।