दुर्ग
'छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 30 जुलाई। कलम बंद काम बंद हड़ताल के पांचवें दिन भी कर्मचारियों ने राज्य शासन के उपेक्षापूर्ण रवैये के विरुद्ध जमकर आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने अगस्त क्रान्ति के लिए तैयार रहने की प्रतिबद्धता व्यक्त किया।
हड़ताल के पांचवें दिन भी ऐतिहासिक एकजुटता के साथ पंडाल में सुबह से कर्मचारी डटे रहे। हड़ताली अधिकारी-कर्मचारियों ने विशाल अधिकार महा रैली निकालकर राज्य शासन को चेताया। वहीं हड़ताल स्तर पर नेत्र जांच के माध्यम से राज्य शासन एवं मंत्रियों की उपेक्षापूर्ण रवैया पर हास्य नाटक प्रस्तुत किया गया।
केन्द्र के समान देय तिथि से 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता एवं सातवे वेतन में गृहभाड़ा भत्ता के मुद्दे पर हड़ताली कर्मचारियों ने संघर्ष के समर्थन में कौशल देवांगन, संतोषी तालुरी, भानुमति मरकाम, सुकिता यादव, राजेन्द्र वर्मा, खिलेश्वरी साहू एवं ज्योति शुक्ला ने व्ही एस राव के प्रबंधन में रक्तदान किया। हड़ताल स्थल पर 52 कर्मचारियों का नेत्र परीक्षण डॉ। योगैया बंडी, डॉ। शिवानी राव एवं डॉ. नेहा ने किया। इसमें 27 को नि:शुल्क चश्मा वितरण व्ही एस राव के सौजन्य से दिनेश कुमार साहू, मोहनलाल, देवकी सिन्हा, चैनसिंह सहारे, कचरा बाई, प्रभा मोरे, लक्ष्मण यादव, जीएस रावना, मोती खिलाड़ी, राजेन्द्र सिंह, धर्मेन्द्र देशमुख, शशिकला, राकेश साहू, शिवदयाल, गिरधर वर्मा, गौरीशंकर, शंकर एवं संगीता चंद्राकर को प्रदान किया गया।
फेडरेशन के प्रवक्ता अनुरूप साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार के उपेक्षापूर्ण रवैये के विरुद्ध प्रांतीय सचिव राजेश चटर्जी एवं जिला संयोजक विजय लहरे के नेतृत्व में विशाल अधिकार महारैली निकाला गया। इसमें हजारों की सं या में महारैली में शामिल कर्मचारियों के कारण पटेल चौक दुर्ग में चक्काजाम की स्थिति निर्मित हो गया था। कलेक्टर गेट में हड़ताली कर्मचारियों के लिए गेट बंद होने के कारण सडक़ पर धरना में बैठकर जमकर नारेबाजी किया। काफी देर तक नारेबाजी करने के बाद मु यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।