दुर्ग
दुर्ग, 7 मार्च। होली पर्व के पावन अवसर पर ब्रह्माकुमारीज के बघेरा स्थित आनंद सरोवर रिट्रीट सेन्टर में होली पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। जिसमें भानुप्रताप सिंग मु य वन संरक्षक दुर्ग संभाग, छोटे लाल सांगोले ईई पुलिस हेड क्वार्टर कार्पोरेशन छत्तीसगढ़, बहादुर सिंह नायक, उदयभान पटवा रिटायर्ड रजिस्टार, पंडित चुरेन्द्र रिटायर्ड आरटीओ, ब्रह्माकुमारी विजयलक्ष्मी संचालिका ब्रह्माकुमारीज बालोद, ब्रह्माकुमारी अंजना पानीपत अतिथि के रूप में उपस्थित थे। बघेरा, केलाबाड़ी, आर्य नगर, सिंधिया नगर, चंदखुरी व भिन्न-भिन्न स्थानों के ब्रह्माकुमारी सेवाकेन्द्र के अनेक भाई-बहनें उपस्थित हुए।
होली पर्व की आध्यात्मिक रहस्य को बताते हुए ब्रह्माकुमारी दुर्ग जिले की संचालिका रीटा बहन ने कहा होली की विशेषता है जलाना, फिर मनाना और फिर मंगल मिलन करना। होली अर्थात पवित्र बनने के लिए पहले पुराने संस्कार, पुरानी स्मृतियाँ सभी को परमात्म याद के अग्नि में जलायेंगे तभी परमात्मा के संग का रंग लगेगा और विश्व की सर्व आत्मायें परमात्म परिवार बन जाते हैं।
होली का अर्थ यह भी है होली। पास्ट इज पास्ट। ऐसे जो बातें मन को अशांत व दु:खी करने वाली उस बात को फुल स्टाप अर्थात बिन्दी लगाना है। कार्यक्रम में मंच संचालन ब्रह्माकुमारी रुपाली बहन ने किया। साथ ही सभी नगर व प्रदेशवासियों को होली की शुभकामनाएं दी।