दुर्ग

दोना-पत्तल व्यवसाय से महिलाओं को मिला रोजगार, आय का भी बना जरिया
14-Mar-2023 3:16 PM
दोना-पत्तल व्यवसाय से महिलाओं को  मिला रोजगार, आय का भी बना जरिया

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 14 मार्च।
भिलाई के शहरी गौठान में महिला स्व सहायता समूह दोना और पत्तल का निर्माण कर रही है। बकायदा इसके लिए महिलाओं ने लोन के माध्यम से मशीन खरीदा है। आसान किस्तों में इसकी राशि भी अदा की जा रही है, कुछ ही महीने में मशीन की पूरी किस्त महिलाओं के द्वारा चुका दी जाएगी और मशीन महिलाओं का हो जाएगा। दोना और पत्तल बनाने के लिए गौठान में एक कक्ष केवल इसी के लिए महिलाओं को दिया गया है जहां दोना और पत्तल का निर्माण का कार्य किया जा रहा है। 

प्रतिदिन कम से कम 2000 दोना और पत्तल बनाने के लक्ष्य को लेकर महिलाएं काम कर रही है। इस व्यवसाय को अपनाकर प्रगति महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं को आमदनी भी अच्छी प्राप्त हो रही है। अब तक इसके व्यवसाय से 35 हजार रुपए की आमदनी महिलाओं को प्राप्त हुई है। प्रतिमाह की बात करें तो 5 से 7 हजार के मध्य आय महिलाओं की हो जाती है। इस व्यवसाय से महिलाओं को रोजगार भी मिला है, वर्तमान में 6 महिलाएं इस कार्य में जुटी हुई है। दोना और पत्तल की सप्लाई ज्यादातर वैवाहिक आयोजनों में तथा धार्मिक स्तर पर होने वाले भंडारा आदि में हो रहा है। कोसा नगर के शहरी गौठान में आकर लोग सीधे इस क्रय कर रहे है। 

गौरतलब है कि महापौर नीरज पाल एवं आयुक्त रोहित व्यास के निर्देश पर गौठान में विभिन्न प्रकार की आजीविका मूलक गतिविधियां अपनाई जा रही है। जिसके चलते महिलाओं को रोजगार के साथ ही आय की प्राप्ति भी हो रही है। महिला स्व सहायता समूह की अध्यक्ष मधु साहू तथा पूनम साहू ने बताया कि मार्केट से कम दर पर दोना और पत्तल उपलब्ध हो रहा है, इसलिए इसकी डिमांड ज्यादा है। 

दोना और पत्तल बनाने के लिए कच्चे मटेरियल की खरीदी महिलाओं के द्वारा रायपुर से की जाती है। अलग-अलग पैकेट में जरूरत मुताबिक दोना और पत्तल तैयार किए जा रहे हैं, ताकि इस आधार पर आसानी से लोग अपने आवश्यकता के अनुरूप खरीदी कर सकें। शहरी गौठान में महिलाओं के पास 15, 50 तथा 100 की मात्रा के दोना और पत्तल के पैकेट भी उपलब्ध है। 

 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news