दुर्ग

डेंगू, मलेरिया, पीलिया से बचाव के लिए भिलाई में निगम ने छेड़ा बड़ा अभियान, घर-घर पहुंच रही है टीम
16-Mar-2023 3:09 PM
डेंगू, मलेरिया, पीलिया से बचाव के लिए भिलाई में निगम ने छेड़ा बड़ा अभियान,  घर-घर पहुंच रही है टीम

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 16 मार्च।
मच्छरों के उन्मूलन तथा लार्वा की समाप्ति के लिए भिलाई निगम ने बड़ा अभियान छेड़ दिया है। पंद्रह दिनों में 1 हजार 147 घरों का सर्वे किया जा चुका है।

सर्वे के दौरान टेमीफास का छिडक़ाव, जन जागरूकता के लिए पंपलेट का वितरण, कूलर, गमला, टायर एवं अन्य पात्रों की जांच, फागिंग, घरों के आसपास के क्षेत्र की नाली की सफाई, ब्लीचिंग एवं चूने का छिडक़ाव, जलजमाव वाले स्थानों में मलेरिया आयल का छिडक़ाव, मच्छरों का खात्मा करने के लिए मेलाथियान का छिडक़ाव, मच्छर के लार्वा को समाप्त करने के लिए टेमीफास का उपयोग, डेंगू, पीलिया एवं मलेरिया से पीडि़त की जानकारी आदि गतिविधियों को सर्वे के दौरान विशेष अभियान चलाकर अंजाम दिया जा रहा है। 
ज्ञात हो कि मच्छरों से होने वाली बीमारियों के रोकथाम हेतु भिलाई निगम द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है। प्रतिदिन शाम होते ही निगम का अमला गली-मोहल्लों में हैण्ड मशीन व व्हीकल माउंटेन से फॉगिंग कार्य कर रहे हैं, कुआं, नलकूप, बोरिंग के समीप एवं अन्य पानी जमाव वाले स्थानों की सफाई कराकर चूना व ब्लीचिंग पाउडर का छिडक़ाव कर रहे है, तथा अधिक पानी जमा वाले स्थानों पर मलेरिया ऑयल व मोबी ऑयल का उपयोग कर रहे।

 एडल्ट मच्छरों को समाप्त करने के लिए मैलाथियान का छिडक़ाव किया जा रहा है साथ ही निगम की टीम घरों में जाकर जागरूकता हेतु पाम्प्लेटस वितरण कर रही है।
भिलाई निगम आयुक्त रोहित व्यास ने डेंगू, मलेरिया, पीलिया जैसे बीमारियों से बचाव के लिए निगम की टीम को गंभीरता से कार्य करने निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कार्यों का फीडबैक लेते हुए मौके पर जाकर निरीक्षण कर सफाई कर्मचारियों को आवश्यक निर्देश भी दे रहे हैं। 

स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेन्द्र मिश्रा ने बताया कि मूल रूप से डेंगू मच्छरों के लार्वा को नष्ट करना आवश्यक है ताकि यह मच्छर के रूप में तब्दील न हो पाए इसलिए जलजमाव वाले स्थानों में मलेरिया ऑयल व मोबी ऑयल का उपयोग किया जा रहा है। कूलर, टायर, गमला एवं अन्य अनुपयोगी पात्रों में टेमीफास् का उपयोग लार्वा को नष्ट करता है। 

जागरूकता अपनाते हुए सोते समय हमेशा मच्छरदानी का उपयोग, आसपास साफ-सफाई, पात्रों में एवं समीपस्थ स्थलों में जलजमाव न होने देना, आवश्यकता अनुसार टेमीफास् का उपयोग मच्छर उन्मूलन में मददगार साबित होगा। सर्वे के दौरान लार्वा की जांच भी की जा रही है। निगम व जिला हेल्थ की टीम मच्छर उन्मूलन के लिए मिलकर अभियान चला रही है।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news