दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 16 मार्च। हेमचंद यादव विवि की वार्षिक परीक्षाओं के आरंभ होने के तीसरे दिन तक विवि में प्राप्त जानकारी के अनुसार किसी भी महाविद्यालय एक भी नकल प्रकरण दर्ज नहीं हुआ है।
उल्लेखनीय है कि विवि की कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा द्वारा समस्त प्राचार्यों एवं विवि के अधिकारियों को परीक्षार्थियों में नकल की प्रवृत्ति को रोकने संबंधी कड़े निर्देश जारी किये गये है। विवि के सभी अधिकारी प्रत्येक शिफ्ट में आवश्यकतानुसार विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का सघन निरीक्षण कर रहे हैं। महाविद्यालय के प्राचार्यों ने भी महाविद्यालयीन स्तर पर प्राध्यापकों की टीम गठित की है जो परीक्षार्थी की परीक्षा केन्द्र में प्रवेश से पूर्व जांच कर रहे हैं। यह जानकारी देते हुए विवि के अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि अधिकारियों द्वारा विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का सघन निरीक्षण लगातार जारी रहेगा। विवि की कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा भी परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण करेंगी।
वार्षिक परीक्षा के प्रथम तीन दिवसों में 13 मार्च को स्नातक स्तर की अंतिम वर्ष की परीक्षा 14 मार्च को स्नातक द्वितीय वर्ष की परीक्षा तथा 15 मार्च को स्नातक स्तर की प्रथम वर्ष की परीक्षा आयोजित हुई। 70 केन्द्रों तथा 09 उपकेन्द्रों में आयोजित इन परीक्षाओं में स्नातक स्तर के तृतीय वर्ष के 2722 परीक्षार्थी अनुपस्थित थें, जबकि द्वितीय वर्ष की परीक्षा में 14 मार्च को 1972 परीक्षार्थी अनुपस्थित पाये गये। आज आयोजित स्नातक स्तर की प्रथम वर्ष की परीक्षा में तीनों पालियों को मिलाकर 1243 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि ऑफलाईन परीक्षा के कारण इस वर्ष द्वितीय वर्ष एवं तृतीय वर्ष की तुलना में प्रथम वर्ष में परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों की संख्या कम है।
महाविद्यालयों के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने स्वामी श्री स्वरूपानंद महाविद्यालय भिलाई, श्री शंकराचार्य महाविद्यालय भिलाई, एम. जे. कॉलेज, भिलाई, जीडी रूंगटा कॉलेज भिलाई तथा शासकीय खूबचंद बघेल स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भिलाई 3 का भ्रमण किया। सभी महाविद्यालयों में प्राचार्य एवं प्राध्यापक उपस्थित थें। परीक्षाएं भी सुचारू रूप से संचालित मिली। अधिकारियों ने महाविद्यालय प्रबंधन को निर्देशित किया कि तीसरी अथवा चौथीं मंजिल पर परीक्षा कक्ष स्थापित करने के स्थान पर यथा संभव ग्राउंड लोर पर ही परीक्षा कक्ष स्थापित किये जाये। इसके अतिरिक्त स्वच्छ पेयजल व्यवस्था, विकलांग परीक्षार्थियों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने का भी अधिकारियों ने महाविद्यालय प्रशासन को निर्देशित किया।