रायपुर

सेहत के लिए खाएं पाकिस्तान का नमक
20-Apr-2023 3:14 PM
सेहत के लिए खाएं पाकिस्तान का नमक

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 20 अप्रैल।
राजधानी में इन दिनों हाईवे के किनारे ट्रैक्टर ट्रालियों में बैठे लोग नमक बेच रहे हैं। पत्थर की तरह दिखने वाला यह नमक पंजाब-पाकिस्तान, वाघा बॉर्डर के पास होकर आता है। पंजाब,अमृतसर से आए सोनू सिंह ने बताया कि कई वर्षाे से उसका परिवार नमक का व्यापार कर रहे हैं। पंजाब में इस नमक की कीमत कम है। क्यों ये आसानी से वहंा मिल जाता है। उसे किसी ने बताया कि सेंधा नमक की मांग दूसरे राज्यों में जायदा है। और इसे अच्छे दामों में बिक जाते हैं। वो खुद अपने साथियों के साथ पहली बार छत्तीसगढ़ की राजधानी में नमक बेचने आया है। जहां टाटीबंध से कुम्हारी के पास हाईवे किनारे अपने ट्रेक्टरों में नमक भर कर उसे बेच रहे है। ये नागपुर के रास्ते राजधानी पहुंचे हैं। जहां वे इंदौर,भोपाल, कहाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में नमक बेचते आए हैं। आने जाने वाले लोग पहले तो इसे देख भौच्क्का रह जाते हैं। कि ये पत्थर किस काम का है। लेकिल जानकार इसे खरीद रहें है।

व्यापारी अपना गुजर बसर ट्रैक्टर ट्रालियों में ही करके नमक बेचकर जीवन यापन कर रहे है। सुबह से शाम तक यह ट्रैक्टर और ट्रॉलियों में हाईवे किनारे लगाकर बैठ जाते हैं। सेंधा नमक 60 रुपए किलो में बिक रहा है। व्रत और उपवास में सेंधा नमक की डिमांड ज्यादा रहती है।

सेंधा नमक को नमक का शुद्धतम रूप मानते हैं। वहीं इसे बनाते वक्त केमिकल प्रोसेस से नहीं गुजरना पड़ता। वहीं साधारण नमक की बात करें तो साधारण नमक को कई केमिकल प्रोसेस से गुजरना पड़ता है, जिसके कारण जरूरी पोषक तत्व जैसे कैल्शियम, पोटेशियम आदि कम हो जाते हैं। जो बाजारों में पैकेट में बीक रहें हैं। सेंधा नमक को पहाड़ी नमक कहा जाता है। जिस कारण इस पूर्ण रूप से शुद्ध माना जाता है। ये नमक कम खारा होता है। ये न केवल कम खारा होता है बल्कि आयोडीन मुक्त भी होता है।

समुद्री पानी से नहीं बनता ये नमक
पाकिस्तान सेंधा नमक का प्रमुख उत्पादक देश है। जहां पर इस पहाड़ी नमक का भंडार पाया जाता है। इसका कुछ हिस्सा भारत के पंजाब प्रांत सिंध के इलाके में आता है। ये नमक समुद्र के पानी को जमाकर नहीं बल्कि पहाड़ों को खोद कर निकाला जाता है। इसकी गुणवत्ता को देखकर इसकी देश विदेश में डिमांड रहती है।

इसमें मिलावट नहीं होता
काला नमक औषधियों को मिलाकर बनाया जाता है। जबकी सेंधा नमक सीधे खादानों से निकाला जाता है। इसमें किसी भी प्रकार का कोई मिलावट या केमिकल का उपयोग नहीं किया जाता। खाने में गुणकारी फायदे होने के कारण इसका उपयोग गर्मियों में लू से बचने और पेट के विकारों के इलाज में इसका प्रयोग किया जाता है। वहीं काला नमक जानवरों के लिए भी फायदेमंद होता है। पशुपालक काला नमक जानवरों को खिलाते हैं। जिससे उनको बिमारियों से बचाया जा सके।

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