रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 अप्रैल। छात्राओं की सुरक्षा को लेकर डिग्री गर्ल्स कालेज प्रबंधन की ढिलाई को लेकर पालक- अभिभावकों ने गहरी चिंता और नाराजगी जताई है। करीब दो वर्षों से बूढ़ा तालाब की ओर की टूटी हुई दीवार अब तक खड़ी नहीं की जा सकी है।
इस स्वाशासी कालेज में स्नातक, स्नातकोत्तर मिलाकर करीब चार हजार छात्राएं अध्ययन रत हैं। इनमें से करीब आठ सौ छात्राएं हॉस्टल में रह कर पढ़ रहीं हैं। ।यह दीवार दो -ढाई वर्ष पूर्व निगम नेव बूढ़ातालाब सौंदर्यीकरण योजना की भेंट चढ़ा दी। बूढ़ातालाब दो साल बाद फिर से अपनी हालत पर आंसू बहा रहा है, लेकिन यह दीवार न निगम ने बनाया, न कालेज ने। कुछ छात्राओं ने इस टूटी दीवार को लेकर अपनी आशंका जताई है। उनका कहना है कि 6 मई से परीक्षाओं के बाद स्नातक कक्षाओं की छात्राएं गर्मी कि छुट्टियों में घर चली जाती है। उस दौरान केवल पीजी की छात्राएं ही रहतीं हैं।
इस टूटी दीवार से लगकर ही हॉस्टल है। जहां हर समय मनचलों का खतरा बना रहता है। वो तो शुक्र है कि अब तक कोई अनहोनी नहीं हुई। ऐसा नहीं है कि प्राचार्य और छात्र अधिष्ठाता को इसकी जानकारी नहीं है। वे दोनों हर रोज देखती भी हैं लेकिन निर्माण को लेकर कोई गंभीरता, तेजी नहीं दिखाई जा रही। दीवार खड़ी करने सरिया के ढांचे खड़े कर महीनों से छोड़ दिया गया है । उसमें ईंट गारा भरने की सुध नहीं ली जा रही।