रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 अप्रैल। माओवादियों ने कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी और जिला पंचायत अध्यक्ष के काफिले पर किए गये हमले को लेकर सफ़ाई दी है। पश्चिम बस्तर डिवीजनल कमेटी की प्रवक्ता मोहन ने एक बयान में कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के चलाये जा रहे कार्पोरेटीकरण, सैन्यकरण के प्रतिरोध में चल रहा टीसीओसी का तहत बीजापुर कार्रवाई को अंजाम दिया गया। यह कोई राजनेता को टार्गेट करके नहीं किया गया।
उसने एक बयान में कहा कि तीन दशकों से देश का सत्ताधारी वर्ग तमान संपत्ति को, संसाधनों को देशी-विदेशी कार्पोरेट घरानो को सौंपने निजीकरण की नीतियों को लागू कर रहा है। इसके विरोध में हमारी पार्टी के द्वारा देश में क्रांतिकारी आंदोलन चलाया जा रहा है। ऐसे इलाकों में दलाल नौकरशाह, पूंजीवादी के विरोध में जन युद्ध की भी कार्रवाई चल रही है। साम्रज्यवाद परस्त देेशद्रोही यूपीए, और एनडीए की सरकारें एक के बाद एक क्रांतिकारी आंदोलन के सफाए के लिए सलवा जुडूम, ऑपरेशन ग्रीन हंट, ऑपरेशन समाधान जैसे दमनकारी हमले किए जा रहे हैं।
मोहन ने कहा कि इस बीच पिछले तीन सालों में तीन बार हवाई हमले भी किए गए। सात अप्रैल के दिन कामरेड इलाके में हवाई बमबारी भी की गई। प्रवक्ता मोहन ने कहा 18 अप्रैल के दिन कुंडम-कच्चील गांवों को घेरकर सुरक्षा बलों ने हमला किया, और किसान पुनेम हायतु को गोली मारी गई।
इस साल भी जनवरी से पूरे दंडकारण्णा में टीसीओसी बना जो है इसके तहत ही बीजापुर कारवाई को अंजाम दिए गये हैं। यह कई राजनेता को टार्गेट करके ही दिये हैं।