राजनांदगांव
ब्लॉक से जिले में पहुंचे पैनल में हुई छेड़छाड से कांग्रेस में उभरी गुटबाजी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 31 अगस्त। कांग्रेस से विधानसभा चुनाव लडऩे के दावेदारों की ब्लॉक स्तर में बनी पैनल को जिलें में बदले जाने को लेकर सियासी विवाद खड़ा हो गया है।
राजनांदगांव जिले के चार सीटों में बड़ी तादाद में कांग्रेसियों ने चुनाव लडऩे के लिए चरणबद्व तरीके से अर्जी दी थी। ब्लॉक में मिले आवेदन के आधार पर एक पैनल बनाकर जिला संगठन को भेजा गया था। जिला स्तर पर बने पैनल में विधायको को दावेदार के तौर पर पीछे रखा गया। यही से विधायक और जिला संगठन आमने-सामने आ गए है। विधायकों को ब्लॉक में पहले नंबर पर दावेदार के तौर पर पैनल में रखा गया। लेकिन जिला संगठन में मौजूदा विधायकों को तीसरे नंबर पर ढकेल दिया गया।
डोंगरगांव और डोंगरगढ़ विधायक दलेश्वर साहू और भुनेश्वर बघेल ने जिला संगठन के पैनल को लेकर सवाल खड़े कर दिए है। जिला स्तर से ब्लॉको के पैनल में हुए बदलाव को लेकर दोनों विधायक प्रदेश नेतृत्व से शिकायत करने की तैयारी में है।
डोंगरगढ़ विधायक भुनेश्वर बघेल ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि ब्लॉको के पैनल का सम्मान किया जाना था। विधायकों को सूची में पीछे करना समझ से परे है। दरअसल प्रदेश कांग्रेस ने ब्लॉको से तीन नामों का एक पैनल बनाकर जिला संगठन पीसीसी को भेजा जाना था। लेकिन उससे पहले जिले में पैनल को बदल दिया गया।
बताया जाता है कि जिला संगठन के कई पदाधिकारी चुनाव लडऩे के लिए इच्छुक है। इसलिए विधायकों के नाम को पीछे कर दिया गया। इस संबंध में जिला अध्यक्ष भागवत साहू ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि पूरी पारदर्शिता के साथ पैनल बनाया गया है। विधायकों का आरोप बेबुनियाद है। कार्यकारिणी के सदस्यों का अभिमत लेकर पीसीसी को पैनल भेजा गया है। इस बीच पैनल में खेल होने के पीछे मौजूदा विधायकों का पत्ता काटना भी एक वजह है। बताया जाता है कि संगठन के भीतर प्रमुख पदाधिकारी चुनाव लडऩे के लिए मन बना चुके हंै। ऐसे में सूची को बदलकर विधायकों के गिरते ग्राफ को एक तरह से इंगित किया गया है।