रायपुर
आरटीई के तहत नए बच्चों को प्रवेश न देकर कर रहे अन्याय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अभनपुर, 15 सितंबर। ग्रेसियस अंग्रेजी माध्यम स्कूल अभनपुर नायकबंधा के द्वारा लगातार आरटीई के बच्चों के साथ भेदभाव के मामले को लेकर पालकों ने स्कूल में ताला बंदी कर जमकर हंगामा किया।
पालकों का आरोप है कि स्कूल संचालक द्वारा राइट टू एजुकेशन (आरटीई) के तहत नए बच्चों को प्रवेश न देकर उनके साथ अन्याय किया जा रहा है। वहीं पालकों ने इसकी शिकायत पूर्व में अनुविभागीय अधिकारी व शिक्षा अधिकारी को भी कर चुके हैं। इसके बाद भी अधिकारियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया है। जिसके कारण पालकों ने आक्रोश जताते हुए स्कूल संचालक के खिलाफ जमकर हंगामा व प्रदर्शन किया।
मामले को लेकर पालकों ने भाजपा अभनपुर के मंडल अध्यक्ष अनिल अग्रवाल को जानकारी दी। पालकों की आग्रह पर अनिल अग्रवाल ने भाजपा विधायक प्रत्याशी इंद्र कुमार साहू, नगर अध्यक्ष कुंदन बघेल, जनपद सदस्य सूरजलाल साहू, लौटन गिलहरे अन्य सहयोगी को लेकर धरना स्थल पहुंचे। वह स्कूल के संचालकों से बात कर जल्द ही मामले का निराकरण करने की बात कही। भाजपा प्रत्याशी इन्द्र कुमार साहू ने कहा कि बच्चों की भविष्य के साथ खिलवाड़ अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे। जल्द से जल्द बच्चों की पढ़ाई व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित की जाए। मांग पूरी नहीं होने पर अनिश्चित कालीन धरने पर बैठने की बात कही। इसके बाद पालको की मांग पर संस्था से बात कर छात्रों के हित में फैसला लेने का आग्रह किया। जल्द सभी बच्चों के भविष्य की चिंता करते हुए पढ़ाई जल्द चालू कराने का निवेदन किया।
पालकों ने स्कूल प्रशासन पर लगाए आरोप
पालकों ने बताया कि ग्रेसियस पब्लिक स्कूल में आरटीई के लगभग 100 बच्चों को पढ़ाने हेतु अलग से व्यवस्था एवं अलग स्कूल में अलग से कक्षा लगाने की बात की जा रही है। जिसमें सिर्फ आरटीई के बच्चे पढ़ेंगे। पालकों ने बताया कि स्कूल संचालक के अनुसार आरटीई के बच्चों को नए स्कूल के प्रवेश नहीं मिलेगा। नए प्रवेश हेतु पूरा फीस जमा करना होगा है। पालकों ने कहा कि इस संबंध में संस्था द्वारा आज तक कोई सूचना नहीं दिया गया है।
जब पालकगण इस सम्बंध में प्राचार्य से चर्चा की, तो उन्होंने नए स्कूल का स्थापना अभी होने की बात कहकर टलमटोल करने लगा। जिसके चलते नर्सरी से 8वीं तक के बच्चों का भविष्य खतरे ने नजर आ रहा है। संस्था द्वारा शासन की योजना के नियम के विरूद्ध कार्य किया जा रहा है, जो कि पूर्णत: गलत है।
पालकों का आरोप है कि स्कूल प्रशासन द्वारा बच्चों के साथ भेद-भाव एवं छुआछुत की भावना से अलग कक्ष में पढाई की बात कही जा रही है एवं नए स्कूल किसी के कहने पर भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा, जो भारतीय संविधान के विरूद्ध कार्य किया जा रहा है।
पालकों द्वारा बताया गया कि द ग्रेसियस पब्लिक स्कूल नाम से नया डाइस कोड पंजीयन करा कर बच्चों के भविष्य के खिलवाड़ किया जा रहा। जबकि ग्रेसियस पब्लिक स्कूल नाम से पूर्व में संचालित है, दोनों का एक ही मालिक है।
पालकों ने कहा कि स्कूल संचालक द्वारा पैसा देकर पढ़ रहे बच्चों को द ग्रेसियस में शिफ्ट कर पढ़ाया जा रहा है व आरटीई के बच्चों को पुरानी बिल्डिंग ग्रेसियस पब्लिक स्कूल में पढ़ाया जा रहा, जो कि गलत है। स्कूल प्रशासन द्वारा अभी तक बच्चों को पुस्तक नहीं दिया व खरीदने पर पाबंदी लगा रहा। मामले को लेकर 3 माह बाद भी प्रशासन मौन है। पालकों की मांग है कि नए पंजीयन को रद्द कर पुराने पंजीयन वाली स्कूल में सभी बच्चों को एक साथ बैठाया जाए व समान पढ़ाई कराया जाए। इस दौरान उमेश सिंहा, धर्मेंद्र साहू, तोरण साहू, उमेश साहू, महेश यादव, रेख राज बघेल, हरेश बघेल, महेश साहू सहित दर्जनों पालकगण मौजूद थे।