रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 सितंबर। महतारी और संजीवनी एक्सप्रेस के कर्मचारियों ने नया अनुबंध निरस्त करने की मांग की है। पत्रकारवार्ता में 108,102 कर्मचारी संघ के अध्यक्ष ने राजेंद्र राठौर ने बताया कि एक्सप्रेस एंबुलेंस सेवा का टेंडर जय अंबे इमरजेंसी सर्विस रायपुर को दे दिया गया जो कोल परिवहन का कार्य करती है। इस कंपनी को गलत आधार पर ठेका पाने का आरोप लगा। स्वास्थ्य विभाग ने भी इस पर किसी भी प्रकार का कोई कार्य नहीं की। जय अंबे इमरजेंसी सर्विस ठेका कंपनी द्वारा न तो कर्मचारियों को समय पर वेतन दिया जा रहा है। 2018 से 2023 तक वेतन वृद्धि नहीं की गई। कर्मचारियों से 12-15 घंटे काम दिया जा रहा है। टैंडर में कहा गया था कि 25 लाख किलोमीटर चल जाने पर नई एंबुलेंस सेवा का संचालन किया जाएगा लेकिन जर्ज एंबुलेंस सडक़ों पर दौड़ रही है।
उन्होंने बताया स्वास्थ्य विभाग द्वारा 102 महतारी एम्बुलेंस संचालन की जिम्मेदारी के लिए 2012 से 2022 तक चार टैंडर निकालकर योग्य कंपनी नहीं मिलने का हवाला देकर टेंडर निरस्त किया जाता रहा। 102 महतारी एंबुलेंस सेवा के संचालन के लिए कर्मचारियों की भर्ती करने विज्ञापन जारी किया गया था। इस विज्ञापन में 10 वर्ष अनुभवों पुराने कर्मचारियों को काम पर रखने और कितने पदों की संख्या का कोई उल्लेख नहीं किया गया है।
संघ ने सरकार से मांग की है कि 102 महतारी एंबुलेंस सेवा का नई सेवा प्रदाता ठेका कंपनी के द्वारा जारी भर्ती विज्ञापन को निरस्त कर, 10 वर्षों से सेवा में काम कर रहे अनुभवी कर्मचारियों को उनके वर्तमान कार्य स्थल पर पुन: पदस्थापना किया। 2018 से शेष बचे हुए कर्मचारियों का समायोजन किया जाए। पूर्व बकाया वेतन का भुगतान भुगतान किया जाए।