राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 सितंबर। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रावधानानुसार कृषकों को फसल उत्पादन में क्षति के अतिरिक्त बुआई नहीं हो पाने, रोपण बाधित होने, मौसम प्रतिकूलताओं के कारण नुकसान, स्थानीय आपदाओं की स्थिति होने पर कृषकों को संबल प्रदान करने के उद्देश्य से फसल बीमा योजना लागू की गयी है। इस योजना के तहत शासन द्वारा कृषकों को फसलों के नुकसान पर अलग-अलग धन राशि प्रदान की जाती है। अंतिम भुगतान हेतु दावा गणना आयुक्त भू-अभिलेख छत्तीसगढ़ शासन द्वारा अधिसूचित क्षेत्र एवं अधिसूचित फसलों के लिए निर्धारित न्यूनतम अनिवार्य संख्या में किए गए फसल कटाई प्रयोग से प्राप्त औसत उपज के आकड़ों के आधार पर की जाती है तथा पात्रता अनुसार दावा राशि बीमा कंपनी द्वारा बैंक के माध्यम से कृषकों के खातों में अंतरित की जाती है।
उप संचालक कृषि नागेश्वर लाल पाण्डे ने बताया कि जिले में रबी वर्ष 2022-23 के लिए 72 हजार 480 कृषकों ने बीमा कराया था। जिसमें 43 हजार 22 पात्र कृषकों को 5145.45 लाख रुपए का दावा राशि की गणना की गई है। विकासखंड डोंगरगांव तथा डोंगरगढ़ में क्रमश: 5431.68 हेक्टेयर तथा 24875.49 हेक्टेयर क्षेत्र में रबी फसलों का बीमा हुआ था। डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम आसरा अंतर्गत 537.95 हेक्टेयर में चना फसल का बीमा हुआ था। फसल कटाई प्रयेाग से प्राप्त आंकड़ों की गणना के आधार पर बीमा कंपनी द्वारा ग्राम आसरा में लगभग 19000 रुपए प्रति हेक्टेयर का दावा भुगतान निर्धारित किया गया तथा 131 कृषक दावा भुगतान हेतु पात्र थे। फसल बीमा कंपनी भारतीय कृषि बीमा कंपनी द्वारा फसल क्षति दावा भुगतान अब तक 80 कृषकों (1446 पात्र आवेदन) को 63.57 लाख रुपए का सफल भुगतान हो चुका है, शेष 51 कृषक (130 पात्र आवेदन) को 5.05 लाख रुपए का दावा भुगतान प्रक्रियाधीन है।
इसी प्रकार रबी वर्ष 2022-23 के लिए डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्राम मनकी अंतर्गत 109.345 हेक्टेयर में चना फसल का बीमा हुआ था। फसल कटाई प्रयोग से प्राप्त आंकड़ों की गणना के आधार पर ग्राम आसरा में लगभग 10169 रुपए प्रति हेक्टेयर का दावा भुगतान निर्धारित हुआ था। जिसमें 77 कृषक ( 618 आवेदन) दावा भुगतान हेतु पात्र है। अद्यतन 49 कृषकों (553 पात्र आवेदन) को राशि 9.83 लाख रुपए का सफल भुगतान हो चुका है। शेष 28 कृषक (63 पात्र आवेदन) को 1.28 लाख रुपए का दावा भुगतान प्रक्रियाधीन है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत जिले के ग्रामों में कृषकों को फसल बीमा कराने एवं दावा राशि के भुगतान के संबंध में विभिन्न तकनीकी कारणों से समस्या का सामना करना पड़ रहा है।