राजनांदगांव
मेडिकल कॉलेज में मरीजों की लंबी कतार 0 सर्द-गर्म वातावरण से उमस और गर्मी से बढ़ी बेचैनी
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 20 सितंबर। मौसम के उतार-चढ़ाव के बीच लोगों की सेहत बिगड़ रही है। बढ़ते तापमान से लोग जहां बीमार पड़ रहे हैं। वहीं बारिश बंद होने से सूर्य की किरणें लोगों को चुभ रही है। सर्द-गर्म मौसम होने से गर्मी और उमस से लोग बेचैनी का सामना कर रहे हैं। सितंबर के महीने में मौसम के करवट बदलते ही छोटे से लेकर उम्रदराज लोग बीमार पड़ रहे हैं। हालांकि मौसम विभाग ने अगले एक-दो दिन में मूसलाधार बारिश होने की संभावना जाहिर की है।
बारिश के लिए एक सिस्टम भी तैयार हुआ है, लेकिन बूंदे नहीं पडऩे से गर्मी के कारण लोग बेहाल है। बारिश थमने के बाद से लगातार तापमान बढ़ता जा रहा है। 35 से 37 डिग्री सेल्सियस तापमान होने से लोग मौसमी बीमारी के चपेटे में आ गए हैं। सर्दी, खांसी और बुखार के साथ वायरल ने लोगों को हलाकान कर दिया है। सिरदर्द लिए बुखार आने से लोगों की तबियत बिगड़ रही है। भीषण उमस से राहत मिलना फिलहाल नजर नहीं आ रहा है। बंगाल की खाड़ी में बारिश का सिस्टम तैयार हुआ है, परन्तु छींटे नहीं पडऩे से गर्मी और उमस से निजात नहीं मिल रहा है। हालांकि सितंबर महीने में हुई बारिश ने खेतों को सम्हलने का मौका दिया है।
सितंबर का पहला सप्ताह सूखे की चपेटे में रहा। खेतों में दरारें दिखाई देने लगी थी, लेकिन बादलों के बरसते ही खेत लहराने लगे। माना जा रहा है कि खेतों में उत्पादन भी इस बार बढ़ेगा। समयानुकूल बारिश होने से खेतों में बंपर पैदावार होने की संभावना जताई जा रही है। इस बीच बीमार होते लोग अस्पतालों का चक्कर लगा रहे हैं। मेडिकल कॉलेज में मौसमी बीमारी का उपचार कराने लोगों की लंबी कतार दिख रही है। निजी अस्पतालों में भी मरीजों की खासी तादाद दिख रही है। अस्पतालों के वार्डों में मरीजों की संख्या बढ़ी है। सर्दी, खांसी से परेशान लोगों को उपचारार्थ दाखिल भी किया जा रहा है। यही कारण है कि मेडिकल कॉलेज में मरीजों के परिजन ओपीड़ी पर्ची के लिए लंबी लाईन में खड़े नजर आ रहे हैं।