राजनांदगांव
हॉस्टल प्रबंधन पर उठे सवाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 सितंबर। राजनंादगांव रेल्वे स्टेशन में एक कॉलेज छात्रा ने बुधवार देर शाम को एक मालगाड़ी के सामने कूदकर कथित रूप से आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। वहीं महिला छात्रावास में रहने वाली उक्त छात्रा की खुदकुशी की घटना से आदिमजाति कल्याण विभाग और हॉस्टल प्रबंधन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अचानक छात्रा के इस कदम से परिजन सकते में है। मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग परिजनों ने की है।
मिली जानकारी के मुताबिक स्थानीय दिग्विजय कॉलेज की एमए अंतिम वर्ष में अध्ययनरत 23 साल की छात्रा यामिनी कोमा ने कल शाम को स्टेशन परिसर से गुजर रहे मालगाड़ी के सामने कूदकर जान दे दी। प्लेटफार्म नंबर 2 में छात्रा पहुंची और दुर्ग की ओर से आ रही मालगाड़ी के सामने अचानक छलांग लगा दी। इस हादसे में उसकी मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि छात्रा बुधवार दिनभर से हॉस्टल से नदारद थी। इस बात की जानकारी हॉस्टल प्रबंधन को नहीं थी। परिजनों तक बाद में छात्रा की हॉस्टल से गैरमौजूद होने की खबर पहुंची।
अंबागढ़ चौकी क्षेत्र के खुर्सीटिकुल की रहने वाली यामिनी कोमा करीब डेढ़ साल से बल्देवबाग स्थित परियोजना छात्रावास में रहती थी। किन कारणों से छात्रा ने घातक कदम उठाया, इसकी जानकारी परिजनों को नहीं है। इस संबंध में जीआरपी प्रभारी उप निरीक्षक भूपेश राठौर ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि छात्रा ने मालगाड़ी के सामने कूदकर जान दी है। मालगाड़ी के चालक के बयान के आधार पर यह बात सामने आई है। इस बीच हॉस्टल प्रबंधन के खिलाफ परिजनों में नाराजगी है। मामले की जीआरपी जांच कर रही है।